खुल्दाबाद थाना अन्तर्गत बेनीगंज निवासी आलोक पाण्डेय पेशे से शिक्षक हैं। रविवार सुबह करीब साढे़ 11 बजे आलोक अपनी पत्नी के साथ माघमेला क्षेत्र के खाकचैक थाना क्षेत्र में स्थित नरेन्द्र नन्द गिरी के शिष्य करूणानन्द सरस्वती के शिविर के पास पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अपनी कार यूपी 70 क्यू 7221 को शिविर के बाहर खड़ी किया। गाड़ी खड़ी करके दोनों महराज के पास शिविर में जा बैठे।
कुछ देर बाद वह जब वो बाहर आए तो अपनी कार का शीशा टूटा देख उनके होश उड़ गए। उन्होंने गाड़ी के अंदर देखा तो 50 हजार रुपये से भरा पर्स भी गायब था। वो दौड़ कर शिविर में पहुंच इसकी जानकारी स्वामी नरेंद्र नंद सरस्वती को इसकी जानकारी दी। इसके बाद स्वामी नरेंद्र नंद सरस्वती का गुस्सा फुट पड़ा। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ मेला क्षेत्र मंे ही सड़क बंद कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। संबंधित मामले की जानकारी जैसे ही खाकचैक थाने की पुलिस को हुई।
धरना स्थल पर कई थाने के प्रभारी फोर्स के साथ पहुंचे। इस दौरान पुलिस ने मामला शांत कराने के लिए तत्काल तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद किसी तरह पुलिस ने मामला शांत कराते हुए सड़क बंद खुलवाया। माघ मेले में रविवार को हुई इस लूट के बाद पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था सवाल उठने लगा है। पुलिस अधीक्षक माघमेला प्रभारी नीरज पाण्डेय के अनुसार संबंधित मामले की जांच की जा रही है। अपराधी को पकड़ने के लिए कार्रवाई की जा रही है।