सोमवार की देर रात बसपा नेता राजेश यादव की Allahabad Centrel University के ताराचंद्र छात्रावास में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड के बाद से ही बसपा कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश है। बसपा नेता के हत्यारों को पकड़ने के लिए एसएसपी ने छह टीमें गठित की हैं। जो अलग-अलग एंगल से हत्या के कारणों को जोड़ कर हत्यारोपियों की तलाश में जुटी हुई हैं। हालांकि एसएसपी आनंद कुलकर्णी इस हत्या को मुख्य रूप से Allahabad University में होने वाले Student Union Election के नजरिए से देख रहे हैं। एसएसपी कुलकर्णी के अनुसार हत्या के पीछे कई वजह हो सकती हैं। लेकिन अभी तक जो साक्ष्य हाथ लगे हैं। उससे इविवि में होने वाले छात्रसंघ चुनाव मुख्य वजह सामने आ रही है। उन्होंने बताया कि जिस जगह बीएसपी नेता की हत्या हुई थी। वहां लगे सीसीटीवी फुटेज में हत्याकांड के समय इविवि के छात्र अनुभव सिंह, आकाश, जग्गा, आवेश सहित कुछ अन्य छात्र नजर आ रहे हैं। ये सभी हत्याकांड के बाद से ही फरार हैं। अगर इनमें से कोई पकड़ा जाता है तो उम्मीद है कि हत्याकांड का खुलासा हो सकता है। पुलिस इनकी तलाश मंे जुट गई है। साथ ही ये भी पता लगाया जा रहा है कि ये लोग चुनाव में किसका समर्थन कर रहे थे। इसके अलावा एफआईआर के विभिन्न बिन्दुओं पर भी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि राजेश बालू के कारोबारी भी थे। ऐसे में उनके बालू के कारोबार को ध्यान में रखते हुए भी जांच की जा रही है।
डाॅ.मुकुंद सिंह पर उठ रहे कई सवाल सोमवार की रात वह डा. मुकुल सिंह के साथ ताराचंद्र छात्रावास गए। इस बीच उन पर हमला कर दिया गया। उन्हें राड से पीटा गया, इसके बाद उन्हें गोली मार दी गई। गोली बेहद करीब से मारी गई। गोली मारकर बसपा नेता Rajesh Yadav की हत्या करने के बाद हत्यारे भूमिगत हो गए। पुलिस की अब तक जांच में पता चला है कि बसपा नेता राजेश यादव किसी छात्र नेता का समर्थन करने के लिए गए होंगें जहां विवाद हो गया। लेकिन पुलिस के पास इस बात का कोई जबाव नहीं है कि जब वह डा. मुकुल के साथ गए तो उनको खरोंच तक क्यों नहीं आई? जबकि राजेश के शरीर पर चोट के कई निशान थे और गोली मारी गई। इसके अलावा मंगलवार को जब बवाल हुआ तो डाॅ. मुकुंद पुलिस के बीच ही बवाल कर रहे थे। वहीं जब राजेश की पत्नी ने मुकुंद पर हत्या का आरोप लगाया तो वो अचानक गायब हो गए। फिर आज अचानक बीमार होकर एसआरएन में भर्ती होने पहुंच गए।
एक निजी अस्पताल के मालिक डाॅ. मुकुल सिंह सोमवार की रात बसपा नेता राजेश यादव को लेकर इविवि के ताराचन्द्र छात्रावास गए थे। वहां कुछ युवकों से विवाद हो गया। विवाद के दौरान आक्रोशित लोगों ने कार पर पथराव कर दिया और गोली चलाने लगे। इस दौरान गोली राजेश यादव के पेट के आरपार हो गई। इसके बाद डाक्टर मुकुल सिंह और आलोक यादव उसे लेकर घायलावस्था में अपने अस्पताल पहुंचे। जहां उसकी मौत हो गयी। मुकुल सिंह ने वारदात की सूचना कर्नलगंज एवं जार्जटाउन पुलिस को दी। हत्या की सूचना पर सीओ कर्नलगंज एवं इंस्पेक्टर कर्नलगंज, जार्जटाउन सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद उसे तत्काल स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय ले जा गया। जहां डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। राजेश के मरने की खबर फैलते ही उनके परिजनों ने बसपा कार्यकर्ताओ के साथ जमकर तोड़फोड की और बस में आग लगा दी। इस दौरान आम नागरिकों के साथ साथ पत्रकारों और पुलिसवालों को भी जमकर पीटा गया। पत्रकारों के कैमरे व मोबाइल तोड़ दिए गए। इस बवाल के दौरान काफी लोगों को गंभीर चोटें आईं थी।