शिक्षक भर्ती प्रकोष्ठ में इन दिनों आवेदन पत्रों की स्क्रीनिंग हो रही है। आवेदन पत्र ऑनलाइन लिए जाने की वजह से स्क्रीनिंग में लगने वाला समय पहले की अपेक्षा कम हो गया है। प्रकोष्ठ सबसे पहले उन विषयों की स्क्रीनिंग कर रहा है। जिन विषयों मे शिक्षकों की काफी संख्या की जरूरत है और इन विषयों का इंटरव्यू सबसे पहले आयोजित किया जाएगा। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर रतन लाल हांगलू दिसंबर से पहले सभी विषयों का इंटरव्यू करवा कर चयन प्रक्रिया को पूरा करवाने की बात कह चुके हैं।
कुलपति प्रोफ़ेसर हांगलू बीते साल जनवरी में कार्यभार ग्रहण करते ही फरवरी में शिक्षकों के खाली पदों के चयन के लिए प्रक्रिया शुरु की थी लेकिन आरक्षण रोस्टर को लेकर हुए विवाद के कारण हाईकोर्ट के आदेश पर रोस्टर को बदलने की वजह से नियुक्ति प्रक्रिया रोक दी गई थी। जो नए रोस्टर के मुताबिक इस वर्ष अप्रैल में फिर से आवेदन के लिए गए हाईकोर्ट द्वारा आरक्षण के लिए विश्वविद्यालय को यूनिट मान कर यूजीसी के आदेश पर विभाग को यूनिट मानते हुए आरक्षण रोस्टर तैयार करना सितंबर से 8 अक्टूबर तक ऑनलाइन आवेदन के लिए कहा गया है।
विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी को लेकर बीते साल छात्र आंदोलन में हुआ। जिसकी शिकायत केंद्र सरकार तक पहुंचाई गई।यूजीसी के मानकों की विपरीत शिक्षकों को अस्थाई तौर से रखने का आरोप भी कुलपति पर लगा। जिसमें कहा गया कि कुलपति मनमाने तरीके से विश्वविद्यालय के पैसों का दुरुपयोग कर रहे हैं। वित्तीय अनियमित्ता का भी आरोप उन पर लगाया गया था।लेकिन इन सारे आरोपों को खारिज कर कुलपति ने इस प्रक्रिया को शुरु किया और आगामी कुछ दिनों में इसे पूरा कर लेने की बात कही। अभी हाल के बीते हुए
छात्र संघ चुनाव के दौरान भी विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी को लेकर चुनावी मुद्दा बनाया गया। जिस पर चल रही प्रक्रिया जल्द ही विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी को पूरा करेंगी।
BY- Prasoon Pandey