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प्रयागराज

11 साल बाद फिर नए सिरे से होगी राम जन्मभूमी आतंकी हमले की सुनवाई, फैसला टाला गया

पांच दिसम्बर को फिर से होगी राम जन्‍मभूमि आतंकी हमले की सुनवाई, फैसले के दिन ही विशेष कोर्ट ने दिया आदेश, तलब किये गए विवेचक और गवाह।

प्रयागराजNov 30, 2017 / 06:12 pm

रफतउद्दीन फरीद

Ayodhya Terror Attack

अयोध्या आतंकी हमला

इलाहाबाद. अयोध्‍या में पांच जुलाई 2005 को हुए राम जन्‍मभूमी आतंकी हमला के केस की सुनवाई 11 साल बाद दोबारा की जाएगी। गुरुवार 30 नवंबर 2017 को फैसला सुनाया जाना था, पर नैनी जेल में विशेष कोर्ट में चली एक घंटे की कार्यवाही के बाद केस की दोबारा सुनवाई का फैसला लिया गया।नैनी सेंट्रल जेल में दो जजों विशेष अदालत मेें जज एससी/एसटी प्रेमनाथ क ओर से यह आदेेेेश कि दोबारा सुनवाई पांच दिसम्बर से होगी। याद रहे कि छह दिसम्बर को ही बाबरी विध्वंस की बरसी भी है। इसके पहले भी 29 मार्च और 12 अप्रैल 2016 को इस केस का फैसला टाला जा चुका है और अब तीसरी बार मुकदमे की दोबारा सुनवाई का आदेश हो गया।
Ayodhya Terror Attack
मुकदमे में शासन की ओर से सहायक शासकीय अधिवक्ता गुलाब चन्द्र अग्रहरि और बचाव पक्ष की ओर से शम्सुल इस्लाम वकील हैं। कोर्ट ने मामले की दोबारा सुनवाई के आदेश के साथ ही पांच दिसम्बर को तीन गवाहों और विवेचक को तलब किया है। राम जन्मभूमी आतंकी हमला केस की सुनवाई इलाहाबाद के नैनी सेंट्रल जेल में ही की जा रही है। इस केस की सुनवाई दो जजों विशेष अदालत कर रही हैैै। बचाव पक्ष के अधिवक्ता शम्सुल इस्लाम ने बताया कि नैनी जेल में दो बजे कोर्ट बैठनी थी पर एक घंटे की देरी से तीन बजे बैठी। एक घंटे तक कोर्ट की कार्यवाही चली और उसके बाद दोबारा सुनवाई के लिये अगली तारीख पांच दिसम्बर मुकर्रर कर दी गयी। अयोध्या में राम मंदिर आतंकी हमला पांच जुलाई 2005 में हुआ था।

Naini Central Jail
आज आने वाला था अयोध्या आतंकी हमले का फैसला
पांच जुलाई 2005 को अयोध्या राम जन्मभूमि का आतंकी हमला जिसका फैसला गुरुवार 30 नवम्बर को आने वाला था। राम जन्मभूमि मामले की सुनवाई बीते दिनों पूरी कर फैसला सुरक्षित रख लिया गया था। 12 साल पहले हुए इस आतंकी हमले के आरोपी इलाहाबाद के नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं। मुकदमे की सुनवाई विशेष अदालत कर रही है। पिछली तारीखों में विशेष न्यायाधीश प्रेमनाथ ने उभयपक्ष की दलीलों को सुना था। वहीं सहायक शासकीय अधिवक्ता गुलाब चंद्र अग्रहरि व बचाव पक्ष की ओर से कहा गया कि उन्हें अब कोई दलील नहीं पेश करनी है। इसके साथ ही 30 नवंबर की तारीख फैसले की तारीख मुकर्रर की गई थी।
अयोध्या से देश को हिलाने की कोशिश

Naini Central Jail
अयोध्या की रामजन्म भूमि पर हमले की साजिश कर पांच जुलाई 2005 की सुबह हथियारों से लैस खूंखार आतंकियों ने रामजन्म भूमि परिसर में धमाका कर पूरे देश को दहला दिया था। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तय्यबा ने ली थी। हमले में हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने पांच आतंकवादीयो को मौके पर ही मार गिराया था। इसमें दो बेकसूरों की भी मौत हो गई थी। आतंकी हमले की जांच में हथियारों की सप्लाई करने और उनकी मदद करने वाले पांच आतंकियों आसिफ इकबाल मो. नसीम मो. अजीज शकील अहमद और डॉ. इरफान का नाम सामने आया। इन सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। 2006 में हाईकोर्ट के आदेश पर पांचों आरोपी आतंकियों को फैजाबाद से सेंट्रल जेल नैनी इलाहाबाद भेज दिया गया। यहां मुकदमे की सुनवाई विशेष न्यायाधीश द्वारा की जा रही थी। पिछले साल मार्च में फैसला आना मुकर्रर था की लेकिन सुनवाई दोबारा शुरू हो गई थी।

बाबरी मस्जिद का था बदला!
घटना के बाद एजेंसियों की ओर से कहा गया कि बाबरी मस्जिद के गिराए जाने के बाद साजिश के तहत बाबरी के विध्वंस का बदला लेने के लिये इस आतंकी घटना को अंजाम दिया गया था। रामलला के अस्थायी मंदिर को तबाह करने के लिये आरोपी आतंकियों ने मंदिर परिसर को निशाना बनाकर हमला किया था। जांच के मुताबिक़ अयोध्या में हमला कर देश में दो संप्रदायों के बीच उन्माद पैदा करने और देश में अशान्ति फैलाने और एक धर्म विशेष के समुदाय को भडकाने की साजिश थी। राम जन्म भूमि में हैंड ग्रेनेड, एक 47 व राकेट लांचर जैसे आधुनिक हथियारों से लैस होकर आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले और गोली बारी में आतंकियों ने अपनी जीप को ब्लास्ट कर उड़ा दिया था।

ये हैं आरोपी
अयोध्या में आतकी हमला करने वाले हमलावर आतंकी जम्मू और यूपी के थे। जिसमें आसिफ इकबाल उर्फ फारुख पुत्र मो. बशीर निवासी सखी मैदान थाना मेंडर जिला पुंछ जम्मू, मो. नसीम पुत्र फिरोजदीन निवासी डेरा मेंडर थाना मेंडर जिला पुंछ जम्मू, मो. अजीज पुत्र बशीर निवासी पाटीदार थाना मेंडर जिला पुंछ जम्मू, शकील अहमद पुत्र नजीर अहमद निवासी सखी मैदान थाना मेंडर जिला पुंछ जम्मू व डॉ. इरफान पुत्र असलम खान निवासी शेख जादगानान कस्बा थाना तीतरो सहारनपुर यूपी से शामिल थे। ये नैनी सेंट्रल जेल में बंद है।
by PRASOON PANDEY

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