इन कलाकारों और कुंवर पट्टी गांव के लोगों से हमने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बारे में सवाल पूछा तो क्या जवाब आया। आइए आपको उनके बारे में बताते हैं। पहले में हम बात करेंगे कुंवर पट्टी गांव के रहने वाले लोगों की। वे धीरेंद्र शास्त्री के बारे में क्या सोचते हैं
“कुंवर पट्टी गांव के रहने वाले मोहित शर्मा की जीवनी मार्केट में हेयर कटिंग की दुकान है। उन्होंने बताया कि वह पहली बार बागेश्वर धाम वाले बाबा ज्ञानी पंडित धर्मेंद्र शास्त्री को यूट्यूब पर देखे थे।
सोशल मीडिया ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के नाम को दिन दोगुने- रात चौगुने रफ्तार से बढ़ाया है। मोहित शर्मा ने आगे कहा कि पंडित जी यहां आ रहे हैं और पूरा क्षेत्र उनका वेलकम करने के लिए तैयार है।
“चमत्कार करते हुए देखना चाहते हैं”
सुनार तारा मार्केट में लोगों ने कहा कि वह बाबा को चमत्कार करते हुए देखना चाहते हैं । अगर सुनी हुई बात सच निकली तब तो हम मान लेंगे कि बाबा जो है चमत्कारिक हैं, लेकिन यह बात गलत निकली तो यह मानने के लिए मजबूर होंगे की बाबा बागेश्वर धाम वाले बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहे हैं।”
अब आपकों बताते हैं कि मनोज तिवारी और दिनेश लाल यादव क्या सोचते हैं। बीजेपी सांसद मनोज तिवारी से जब सवाल किया गया कि कंट्रोवर्सी के बीच धीरेंद्र शास्त्री का प्रयागराज आना और बीजेपी के दो सांसदों का इस कार्यक्रम में शिरकत करना क्या मात्र एक संयोग है? या पहले से प्लान था?
मनोज तिवारी ने कहा, “धार्मिक कार्यक्रम में राजनीति की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। मैं इस महोत्सव में पहले से ही आता रहा। इस बार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को भी लेकर आए हैं।”
मनोज तिवारी और निरहुआ बोले-विपक्ष भी संतों को बुलाकर पॉलिटिकल माइलेज गेन कर लें दूसरा सवाल पूछा गया कि क्या पंडित धीरेंद्र शास्त्री को लाने से बीजेपी को आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में पॉलीटिकल माइलेज गेन करने में मदद मिलेगी?
मनोज तिवारी और दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ ने इसपर जवाब देते हुए कहा, “विपक्षी पर्टियां भी उनको बुलाकर पॉलीटिकल माइलेज गेन कर लें, उनको कौन मना कर रहा है।” “इस युग में भी हमको कई राक्षस दिख रहे हैं। राक्षस हमेशा साधु-संतों को टारगेट करते हैं। हमेशा यज्ञ विध्वंस करते हैं। इस युग में भी कुछ लोग वही कर रहे हैं। बावजूद इसके प्रभु श्रीराम की कृपा चल रही है और पूरा देश रामराज्य की तरफ बढ़ रहा है।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह स्वामी प्रसाद मौर्य को राक्षस यानी रावण कह रहे हैं? तो उन्होंने कहा कि मैं किसी का नाम नहीं लूंगा। निरहुआ को सांसद बनाने का मांगा था शीतला मां से आशीर्वाद, अब बन गए हैं तो दर्शन के लिए लेकर आए हैं
सांसद मनोज तिवारी ने कहा, “जब मैं पिछली बार यहां आया था तो मैंने माता से आशीर्वाद मांगा था कि दिनेश लाल यादव को भी संसद पहुंचा दें। माता की कृपा से दिनेश जी इस बार संसद पहुंच गए हैं, इसलिए उनको भी यहां पर माता के दर्शन के लिए लेकर आए हैं।”
“हमारे कण-कण में राम हैं। हमारे दिल में राम हैं धीरेंद्र शास्त्री का दर्शन जीवन अच्छा कर देगा” जब मनोज तिवारी से धीरेंद्र शास्त्री को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “जो लोग इस देश के राम को ही मानने को तैयार नहीं थे। वही लोग हैं, जो इस तरह की बातें करते हैं। हमारे कण-कण में राम हैं। हमारे दिल में राम हैं और धीरेंद्र शास्त्री महाराज जब यहां आएंगे। उनका जो दर्शन कर लेगा, उसका भी जीवन अच्छा हो जाएगा।”
मनोज तिवारी बोले-गली-गली में रावण हैं, इतने राम कहां से लाऊं, अपने अंदर राम जगाएं, अपने अंदर कृष्ण जगाएं। मनोज तिवारी ने कहा, “राम जी के बारे में लोग तरह-तरह की बात बोल रहे हैं। इसमें कौन आश्चर्यजनक की बात है? राक्षस लोग क्या करते थे? महात्माओं के आश्रम को उजाड़ देते थे। यज्ञ में हड्डी और मांस डाल देते थे।”
“भैया चाहे महिषासुर हो या रावण हो, चाहे कंस हो। इसके लिए राम, कृष्ण और दुर्गा को तरह-तरह का रूप लेकर आना ही पड़ता है।” अब आप लोग पूछेंगे कौन हैं राम? तो गीत गुनगुनाकर कहा, “गली-गली में रावण है तो इतने राम कहां से लाऊं’ अपने अंदर राम जगाएं, अपने अंदर कृष्ण जगाएं।”
“बार-बार किसी के सिद्धी का टेस्ट नहीं लिया जाए”
बागेश्वर धाम पर मनोज तिवारी ने कहा, “बार-बार किसी के भक्त किसी के सिद्धि का टेस्ट नहीं लिया जा सकता है। एक बार टेस्ट हो गया वह सफल रहा, बाबा परीक्षा में पास हो गए। पंडित धर्मेंद्र शास्त्री ने तो कभी कहा ही नहीं कि वह चमत्कार करते हैं। उनको सिद्धि प्राप्त है।”
कार्यक्रम के आयोजक राजू भइया हैं बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता, दो बार विधानसभा के लिए ठोकी दावेदारी, लेकिन नहीं मिला टिकट बागेश्वर धाम वाले बाबा के कार्यक्रम का आयोजन कराने वाले राजू भैया बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं। पिछले दो चुनावों में उन्होंने पार्टी में टिकट के लिए मजबूत दावेदारी ठोकी थी, लेकिन उनको टिकट नहीं मिल पाया।