कोटक महिंद्रा बैंक के शाखा प्रबंधक अमित मालवीय और क्षेत्रीय प्रबंधक मोहम्मद ताहिर ने बैंक के सेवा प्रदाता अधिकारी यानी एसडीओ अंशुमान दुबे के खिलाफ शहर के सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। बैंक के अधिकारी ने एसडीओ के खिलाफ अमानत में खयानत और ठगी का मुकदमा दर्ज कराया है। गौरतलब है कि अंशुमान बैंक में पिछले 5 वर्षों से कार्यरत है। कोटक महिंद्रा बैंक का करेंसी चेस्ट यहां न होने के चलते रुपए को बैंक ऑफ बड़ौदा की खुल्दाबाद शाखा में जमा किया जाता था ।बैंक ऑफ बड़ौदा में रुपए जमा कराने की जिम्मेदारी बैंक की ओर से अंशुमान को सौंपी गई थी। अंशुमान पर आरोप है कि बैंक में पूरी रकम जमा नहीं करता था। उसमें से निकाले गए पैसे वह अपने निजी कामों सहित ब्याज के धंधे में लगाता था।
विभागीय स्तर पर कराई गई जांच में खुलासा होने के बाद बैंक कर्मियों में हड़कंप मच गया। बैंक ऑफ बड़ौदा में कम रकम जमा की गई इस पर जब बैंक के उच्चाधिकारियों ने अंशुमान से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। बैंक के अधिकारियों के मुताबिक अंशुमान ने लगभग डेढ़ साल में नौ करोड़ 46 लाख 27 हजार 500 रुपए का गबन किया है।
बता दें कि जिले में इससे पहले भी 3 जुलाई 2019 को बैंक ऑफ इंडिया की सुलेम सराय ब्रांच में अभी चेस्ट अधिकारी ने बैंक के सवा चार करोड़ रुपए निकालकर बिल्डरों को ब्याज पर दिया था। इस मामले में धूमनगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू की थी। लेकिन तीन करोड़ रुपए से ज्यादा गमन होने के चलते आरबीआई के नियमों के तहत राज्य सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। जिसमें सीबीआई जांच चल रही है।