दो बच्चो का बाप दे रहा था परीक्षा
फर्जी दस्त्तावेज तैयार कराकर परीक्षा दे जो मामले सामने है चौकाने वाले है ।इलाहाबाद के यमुनापार इलाके में दो बच्चों के पिता फर्जी आधार कार्ड बनवाकर परीक्षा देते हुए पकडे गए है। जो नौकरी में आवेदन के लिए अपनी उम्र कम दर्शाने के लिये परीक्षा दे रहा था ।तो वही दूसरा मामला प्रतापगढ़ में सामने आया है जहाँ शादी में कम उम्र बताने के लिये परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो रहा था।ऐसे कई मामलों की शिकायत मिलने पर अधिकारियों को सतर्क और सजग रहने की हिदायत दी गई है ।साथ ही परीक्षार्थियों के कागजात की सावधानी से जांच करने के निर्देश भी दिए गए । उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव नीना श्रीवास्तव ने इस तरह के मामलों की रिपोर्ट तलब की है।
यहाँ पकडे गये फर्जी मामले
जिले के यमुनापार के जसरा इलाके में ईश्वरदीन छेदी लाल इंटर कॉलेज का ताजा मामला सामने आया है।जहां परीक्षा दे रहे एक परीक्षार्थी महेश चंद्र यादव जिसकी उम्र 30 वर्ष है ।पकडे गए परीक्षार्थी महेश चंद्र यादव की शादी हो चुकी है।और वह दो बच्चों का पिता है। लेकिन प्रवेश पत्र में दर्ज जन्मतिथि के अनुसार इनकी उम्र16 वर्ष ही है ।महेश शुभम इंटर कॉलेज में परीक्षा के लिए पंजीकृत हुआ है। तो इसी संस्था एक अन्य छात्र ओमप्रकाश यादव के प्रवेश पत्र में जन्म तिथि 20 अगस्त 2001 दर्ज मिली जबकि उनकी उम्र 30 वर्ष से अधिक है ।परीक्षा केंद्र पर पहुंचे बोर्ड अधिकारियों ने संदेह के आधार पर इन छात्रों को पकड़ा तो मामला सामने आया है ।
तो वही दूसरा मामला इलाहाबाद मंडल के प्रतापगढ़ जिले के सांडवा चंद्रिका का सामने आया है।यहां श्री चंद्रिका प्रसाद इंटर कॉलेज में हाई स्कूल की परीक्षा दे रहे तीन परीक्षार्थियों को जिले के डीआईओएस ने खुद सेंटर से पकड़ा ।पकड़े गए तीनों परीक्षार्थी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कम उम्र दिखाकर परीक्षा दे रहे थे।पकडे गए परीक्षार्थीयों में एक ने अधिकारियो से बताया की वह अपनी शादी में कम उम्र बताने के लिये परीक्षा दे रहा है।
तीनो पहले भी दे चुके है परीक्षा
डीआईओएस के अनुसार परीक्षा में शामिल तीनों परीक्षार्थियों जिसमें आयुष तिवारी पहले अभिषेक तिवारी के नाम से परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा दे चुका है। उसके आधार कार्ड में जन्मतिथि 1999 है ।जबकि प्रवेश पत्र में 2003 दर्शाया गया है । जो आधार कार्ड पर परीक्षा दे रहा था जिसे पकड़ा गया है । इसी केंद्र पर परीक्षा दे रहे मोहम्मद समीर भी हाईस्कूल की परीक्षा पहले दे चूका था और कम उम्र दिखाने के लिए फर्जी दस्तावेजों को तैयार करा कर दोबारा परीक्षा में शामिल हुआ है । तो वही मोहम्मद वसीम अपनी वास्तविक जन्म तिथि बदलवा कर 1999 फर्जी आधार पर परीक्षा दे रहा था।