दरअसल पिछले काफी समय से दृष्टिबाधित यात्रियों की ओर से उनके लिए ट्रेनों मंे विशेष सुविधा प्रदान किए जाने की मांग की जा रही थी। ताकि उन्हें कोच और बर्थ के लिए किसी से पूछने या सहारे की जरूरत ना पड़े। इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने दृष्टिबाधित यात्रियों के लिए ट्रेनों में ब्रेल लिपि साइनेज लगाने का निर्णय लिया। वर्तमान में इलाहाबाद की प्रयागराज एक्सप्रेस सहित देश की प्रमुख ट्रेनों की कोच में यह सुविधा शुरू की जा चुकी है।
प्रयागराज के बाद अब इलाहाबाद-जयपुर, श्रमशक्ति एक्सप्रेस, संगम एक्सप्रेस, उद्योगनगरी एक्सप्रेस, हरिद्वार एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनें भी ब्रेल लिपि साइनेज के साथ दृष्टिबाधितों के लिए मददगार साबित होंगी। इलाहाबाद मंडल रेल प्रबंधक संजय कुमार पंकज के अनुसार इलाहाबाद मंडल से चलने वाली अब सभी ट्रेनों ब्रेल लिपि साइनेज लगाया जाएगा। प्रयागराज एक्सप्रेस में इसे पहले ही लगाया जा चुका है। इसके लगने से दृष्टिबाधित यात्री बर्थ खोजने से लेकर कई अन्य कार्य खुद से कर सकेंगे।
ब्रेल साइनेज से ऐसे मिलेगी मदद
ब्रेल लिपि दृष्टिबाधितों को पढ़ाने की एक पद्धति है। जिसके अन्तर्गत व्यक्ति को किताबों पर उभरे हुए शब्दों को छू कर पहचाना और पढ़ना होता है। ठीक उसी पद्धति को रेलवे ने ट्रेनों में दृष्टिबाधित यात्रियों की मदद के लिए अपनाया है। रेलवे की ओर से ट्रेन की कोच के गेट, बर्थ के पास उभरे अंक सहित अन्य जगहों पर इसे लगाया है। जिसे छू कर दृष्टिबाधित यात्री अपने कोच और बर्थ तक पहंुच सकता है। इसके अलावा साइनेज को छू कर शौंचालय, वास बेसिन व दरवाजे की ओर पहुंच सकता है।