प्रसून पांडेयप्रयागराज. दिव्य-भव्य कुंभ मेले के सफल आयोजन और विश्व स्तरीय व्यवस्था के बाद अब मेला प्रशासन विश्व रिकॉर्ड बनाने में जुटा है। कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 1 में हजारों की संख्या में 8 घण्टे तक लगातार छात्र-छात्राएं और आम नागरिको ने पेंटिंग वॉल पर अपने हाथों के रंग बिरंगे छाप से जय गंगे थीम की पेंटिंग बनाई।
प्रयागराज मेला प्राधिकरण लगातार दूसरे दिन नया विश्व रिकॉर्ड रचने की तैयारी में है। कुंभ मेले में हुई विश्व स्तरीय तैयारियों को विश्व पटल पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दावेदारी प्रस्तुत की जा रही है। एक तरफ जहां गुरुवार को मिला प्राधिकरण द्वारा 500 से अधिक शटल बसों को एक साथ संचालित कर विश्व रिकॉर्ड दर्ज करने के बाद अब कुंभ मेले में आने वाले लोगों को लुभाने वाली पेंट माय सिटी की चित्रकारी को भी विश्व पटल पर प्रदर्शित किया जा रहा है। इसके लिए मेला प्राधिकरण के द्वारा गंगा पंडाल में लोगों को आमंत्रित किया।
प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से शुक्रवार को गंगा पंडाल में हजारों की संख्या में छात्र छात्राओं और नागरिकों के हाथ के छाप से पेंटिंग बनाई है, जो सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चल रही है। इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं के साथ मेले में तैनात सुरक्षा कर्मी सहित सफाई कर्मियों ने भी हिस्सा लिया।
मेला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अब तक 6 हजार से ज्यादा लोग पंडाल में आ चुके है। इसके पहले सियोल (साउथ कोरिया )में 4675 लोगों के एक वाल पर पेंडिंग करने का रिकॉर्ड था।
बता दें कुंभ मेले में प्रयागराज में पेंट माय सिटी के तहत 20 लाख स्क्वायर फीट में शहर की इमारतों और भवनों को पेंटिंग से सजाया गया है। कमिश्नर आशीष गोयल ने बताया कि शटल बसों के संचालन में विश्व कीर्तिमान स्थापित करने के बाद अब हस्तलिपि चित्रकारी में भी विश्व कीर्तिमान का प्रयास किया गया है। जिसमें छात्र-छात्राएं सहित भारी जनसमूह हस्तलिपि चित्रकारी में भाग ले रहे है। मेलाधिकारी किरण विजय आंनद ने हस्तलिपि चित्रकारी के लिए आये लोगो को शुभकामनाएं दी। गिनीज विश्व बुक रिकार्ड के निर्णायक मण्डल के प्रमुख ऋषिनाथ की टीम ने पूरे कार्यक्रम की मॉनिटरिंग में लगे रहे। हस्तलिपि कार्यक्रम में स्कूलों के विद्यार्थी सहित संस्थाओं के वालिंयटर्स ने भी भाग लिया।
Home / Prayagraj / प्रयागराज कुंभ में बना एक और विश्व रिकार्ड, छह हजार हथेलियों ने रंगा कुंभ का कैनवास