डीजी का पुलिस को निर्देश, किसी भी तरह एक करोड़ रूपये वसूल कर लाओ
जानिए, डीजी ने मातहतों को क्यों दिए एक करोड़ रूपये वसूली के निर्देश
प्रयागराज•Oct 01, 2016 / 07:30 pm•
इलाहाबाद. इस महीने इलाहाबाद जनपद के विभिन्न चेक पोस्ट के साथ शहर में इंट्री करने वाले मार्गों पर हर वाहन की चेकिंग शुरू हो गयी है। चेकिंग का मुख्य उद्देश्य न केवल सुरक्षा बल्कि एक करोड़ रुपये तक का चालान काटना भी है। इस महीने दशहरा से लेकर दिवाली तक का त्योहार है। हिन्दू समुदाय के साथ मुस्लिम समुदाय का मोहर्रम त्योहार भी ही। भारत और पाकिस्तान के बीच बॉर्डर पर तनी तोपों के कारण देश में अलर्ट की स्थिति है, जिसको ध्यान में रखते हुए इलाहाबाद में दशहरा सहित अन्य त्योहारों पर ड्रोन कैमरे से नजर रखने की योजना तैयार की जा चुकी है। साथ ही शहर में रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट सहित अन्य जगहों पर चेकिंग के साथ सुरक्षा व्यवस्था को भी बढ़ा दिया गया है।
वहीं, नवरात्र, दशहरा, मोर्हरम त्योहारों को ध्यान में रख कौधियारा थाना क्षेत्र के जारी चौकी में पीस कमेटी की बैठक हुई, जिसमें क्षेत्र के ग्राम प्रधान सहित अन्य प्रतिनिधि मौजूद रहे। बैठक मे सीओ बारा विजय शंकर तिवारी, एसओ कौंधियारा ताहिर हुसैन, चौकी इन्चार्ज जारी राकेश राय सहित अन्य थे। इस दौरान क्षेत्राधिकारी बारा ने मूर्ती विसर्जन केवल तालाबों मे ही किये जाने का निर्देश दिया। साथ ही डीजे पर पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है। इसी क्रम में डीजी का आदेश मिलते ही शनिवार को वाहनों की चेकिंग तेज कर दी है।
गहरी चेकिंग देख शहर में जो भी प्रवेश करता केवल यही पूछता ” क्या कोई बात हो गयी क्या, जो चार पहिया वाहन को भी नहीं छोड रहे हैं”। हालांकि डीजी ने इलाहाबाद पुलिस प्रशासन को वाहनों की चेकिंग कर चालान के माध्यम से एक करोड़ रुपये वसूली का लक्ष्य दिया है। ये भले ही एक चालान का दिया हो। वहीं पुलिस विभाग के विभागीय कुछ कर्मचारियों के अनुसार, चेकिंग का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा कारणों से सभी तरह के वाहनों की गहन चेकिंग है। ताकि शहर में कोई अराजक तत्व किसी घटना को अंजाम न दे सके।
15 जिलों को 11 करोड़ का लक्ष्य
डीजी ने एक महीने में करोड़ों का लक्ष्य वसूली का दिया है, जो अनियमित तरीके से सड़कों पर दौड़ रहे वाहनों पर जुर्माना कर वसूलना है। इसमें इलाहाबाद, आगरा, अलीगढ़, लखनऊ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, वाराणसी, कानपुर से एक-एक करोड़ रुपये, बरेली, मुरादाबाद, गोरखपुर, मेरठ, सहारनपुर, आजमगढ़ से 75-75 लाख और मथुरा, मुज्जफरपुर को 50-50 लाख रुपये वसूली का लक्ष्य दिया गया है।