मऊआइमा के जाम्हा निवासी अशोक सोनी ने अपनी प्रसूता पत्नी को जोगापुर के मदर चाइल्ड अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां प्रिया को आॅपरेशन से एक बच्चा हुआ। यहां आॅपरेशन के दौरान डाॅक्टरों ने कैंची प्रिया के पेट में ही छोड़ दी और टांका लगा दिया। परिजनों ने उसे घर लाया। आॅपरेशन के बाद से उसके पेट में लगातार दर्द बना रहा। करीब एक महीने बाद जब प्रिया के पेट में तेज दर्द उठने लगा तो डाॅक्टरों ने अल्ट्रासाउंड कराने को कहा।
अल्ट्रासाउंड कराया तो पेट में कैंची देख डाॅक्टरों के होश उड़ गए। इसके बाद मदर चाइल्ड हाॅस्पिटल के डाॅक्टरों ने उसे अपने यहां भर्ती करने के बजाय सोराव के द्विवेदी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां प्रिया के पेट से कैंची तो निकाली लेकिन पेट में इंफेक्शन काफी बढ़ गया था। जिसे देख डाॅक्टरों के पसीने छूट गए। प्रिया की हालत ज्यादा बिगड़ते देख डाॅक्टरों ने बिना टांका लगाए ही पेट को कपड़े से बांध कर एसआरएन रिफर कर दिया।
प्रिया की रविवार सुबह मौत हो गई। मौत के बाद परिजन शव लेकर गांव चले गए। इसके बाद प्रिया की मां ने मऊआइमा थाने में मदर चाइल्ड और द्विवेदी हाॅस्पिटल के संचालक के खिलाफ देर शाम लापरवाही का रिपोर्ट दर्ज कराया। पुलिस ने दोनों अस्पताल संचालकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर चुकी है। प्रिया को एक बेटा और एक बेटी है। पुलिस के अनुसार संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया गया हैं। मामले की तफ्तीश के बाद ही आॅपरेशन करने वाले डाॅक्टरों के नाम पता चल पाएंगे। उसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी।