ताराचंद छात्रावास में उन कमरों की पहचान भी की गई जिन्हें अपराधियों ने अपने कब्जे में ले रखा था।यह कमरे हैं 6/18 ,6/ 29, 6/ 39 और 6/ 32 तथा हॉस्टल के दो स्टोर रूम में भी इन अपराधियों का कब्ज़ा था। छात्रावास में चले छापामारी के दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने इन सारे कमरों के ताले तोड़े और इन कमरों से कई विस्फोटक सामग्री भी बरामद की । छापेमारी के बाद इन कमरों को सील कर दिया गया।
पुलिस की मौजूदगी में ताराचंद छात्रावास के कमरा संख्या 6 / 29 का ताला तोड़ा गया और सीओ कर्नलगंज आलोक मिश्रा तथा इंस्पेक्टर कर्नलगंज सत्येंद्र सिंह ने उस कमरे से एक पिस्टल और दो मैगजीन की बरामदगी की। पूरे हॉस्टल में छापामारी के दौरान बारूद पाउडर और कुछ जिंदा बम भी बरामद किए गए। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन चार कमरों और दो स्टोर रूम को सीज कर दिया । बम होने की आशंका के कारण पुलिस प्रशासन ने बम निरोधक दस्ते को भी बुला लिया था।इस अभियान में विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर, डीएसडब्ल्यू, सुरक्षा अधिकारी, पीआरओ तथा ताराचंद हॉस्टल के सुपरिटेंडेंट मौजूद थे।
विश्वविद्यालय प्रशासन के पास कई हॉस्टलों के ऐसे संदिग्ध कमरों की सूची है । जिन पर बहुत जल्द ही सख्त कार्रवाई होगी । विश्वविद्यालय अपराधी मुक्त छात्रावास अभियान के लिए प्रतिबद्ध है । जिससे आम छात्रों को छात्रावास की सुविधा दी जा सके।