scriptप्रयागराज में मंडराने लगा बाढ़ का खतरा, तेजी के साथ बढ़ रहा है गंगा-यमुना का जलस्तर | Flood danger after increasing water level of Ganga and Yamnuna in Pray | Patrika News
प्रयागराज

प्रयागराज में मंडराने लगा बाढ़ का खतरा, तेजी के साथ बढ़ रहा है गंगा-यमुना का जलस्तर

प्रयागराज में गंगा-यमुना दोनों नदियों में पिछले हफ्ते से जलस्तर में बढ़ोत्तरी को लेकर बाढ़ नियंत्रण विभाग और जिला प्रशासन की टीम अब निगरानी में लग गए। हर वर्ष की भांति इस वर्ष बाढ़ की संभावना अधिक है जिसको लेकर तैयारी भी शुरू हो गई है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को एहतियात बरतने को कहा गया है। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर जलस्तर बढ़ने के बाद तीर्थ पुरोहित अपने तख़्त सामान समेटकर पीछे आने लगे हैं।

प्रयागराजJul 14, 2022 / 12:12 pm

Sumit Yadav

प्रयागराज में मंडराने लगा बाढ़ का खतरा, तेजी के साथ बढ़ रहा है गंगा-यमुना का जलस्तर

प्रयागराज में मंडराने लगा बाढ़ का खतरा, तेजी के साथ बढ़ रहा है गंगा-यमुना का जलस्तर

प्रयागराज: संगमनगरी प्रयागराज में गंगा-यमुना का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ रहा है। लगातार दूसरे प्रदेशों में हो रही बारिश की वजह से दोनों नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है। पहाड़ी भागों में हो रही बारिश की वजह से इसका असर अब प्रयागराज की दोनों नदियों में देखी जाने लगी है। पिछले एक हफ्ते में दोनों नदियों का जलस्तर करीब डेढ़ मीटर तक बढ़ गया है। लेकिन अभी खतरे जैसे कोई बात नहीं है, लेकिन लगातार जलस्तर बढ़ने से प्रशासन अलर्ट मोड पर तैयारी शुरू कर दी है।
निगरानी के लिए तैयार हुआ सरकारी अमला

प्रयागराज में गंगा-यमुना दोनों नदियों में पिछले हफ्ते से जलस्तर में बढ़ोत्तरी को लेकर बाढ़ नियंत्रण विभाग और जिला प्रशासन की टीम अब निगरानी में लग गए। हर वर्ष की भांति इस वर्ष बाढ़ की संभावना अधिक है जिसको लेकर तैयारी भी शुरू हो गई है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को एहतियात बरतने को कहा गया है। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर जलस्तर बढ़ने के बाद तीर्थ पुरोहित अपने तख़्त सामान समेटकर पीछे आने लगे हैं। इसके साथ ही दुकान लगाने वाले दुकानदार भी पीछे हटने लगे हैं।
यह भी पढ़ें

कौशाम्बी में बड़ा हादसा: गंगा में डूबे तीन दोस्त, एक की मौत

कई मुहल्ले तक पहुंच जाता है पानी

प्रयागराज में गंगा- यमुना बारिश के मौसम में हर साल ज़बरदस्त तबाही मचाती है। दर्जनों मोहल्लों की इमारतें एक मंज़िल तक पानी में डूब जाती हैं। करीब महीने भर तक हाहाकार मचा रहता है। इस बार अभी बाढ़ जैसे हालात तो नहीं है, लेकिन सरकारी अमले ने एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। लगातार हालात पर नज़र रखी जा रही है। इसके साथ ही हालात बिगड़ने पर खोले जाने वाली बाढ़ चौकियों व राहत केंद्रों की लिस्ट भी तैयार की जा रही है। अभी प्रयागराज में राहत है कि अभी मानसून नहीं आया है। तेज बारिश अभी नहीं हुई है। लगातार बारिश से भी गंगा-यमुना दोनों उफान पर हो जाती हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो