याचिकाकर्ताओं ने त्वरित जनहित याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने हाईकोर्ट से उत्तर प्रदेश के राजस्व मामलों के मंत्रालय, कौशाम्बी जिला मजिस्ट्रेट को कब्रिस्तान की जमीन पर किए गए अवैध अतिक्रमण व उसे क्षति पहुंचाने के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के लिए निर्देश देने की मांग की है। महत्वपूर्ण रूप से, याचिकाकर्ताओं की मांग थी कि ग्रामीण कब्रिस्तान की भूमि पर अपना आंदोलन रोक दें और सरकार की ओर से भूमि की रक्षा के लिए एक बाऊंड्री वॉल बना दी जाए ताकि भविष्य में किसी भी अतिक्रमण को लेकर कोई विवाद उत्पन्न न हो।
कोर्ट ने दिए निर्देश-
मामले का संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने आदेश दिए कि कोई भी उपरोक्त कबीरस्तान पर कोई अतिक्रमण न कर पाए, इसके लिए जिला मजिस्ट्रेट द्वारा कदम उठाए जाएं। कोर्ट ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का आदेश दिए कि ऐसे लोग यदि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ते हैं तो संबंधित थाने के इंस्पेक्टर इंचार्ज तुरंत उससे निपटे। कोर्ट ने आगे कहा कि कबीरस्तान के लिए उचित फाटक वाली एक बाउंड्रीवाल, जो राजस्व द्वारा किए जा रहे सीमांकन के बाद, याचिकाकर्ताओं द्वारा निर्माण करने की अनुमति दी जाएगी। इसके निर्माण में कोई बाधा उत्पन्न नहीं होनी चाहिए।