इलाहाबाद हाईकोर्ट में लगी महाधिवकता कार्यालय भवन में आग की वजह क्या है, इस रिपोर्ट में भी लगभग साफ है कि शार्ट सर्किट की वजह से ही आग लगी थी। हालांकि, अधिकारिक तौर पर पुष्टि के बाद ही यह स्पष्ट होगा। इसके साथ बहुमंजिला में लगे आग को कितने घंटे में बुझाया गया था और कितना नुकसान हुआ है सभी बिंदुओं को दर्ज किया गया है।
पांच सदस्यीय जांच टीम ने तैयार की रिपोर्ट पांच दिन पहले लगी महाधिवक्ता कार्यालय में आग के मामले की जांच को लेकर मुख्यमंत्री ने पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया। टीम ने घटना वाले दिन ही जो प्रारंभिक रिपोर्ट दी थी। उसमें शार्ट शर्किट से आग लगने की संभावना जताई गई थी। इसके बाद विस्तृत जांच शुरू हुई। पांचवें से आठवें मंजिल तक लगे अग्निशमन उपकरणों को देखा गया। केबल, स्विच बोर्ड, एससी की केबल आदि को बारीकी से परखा गया।
कहां-कहां स्विच बोर्ड के नीचे फाइलों का ढेर रखा गया था, इसे भी देखा गया। इसकी फोटो खींचने के साथ ही वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। इसके बाद सभी पहलू पर गहनता से जांच करने के बाद अब शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। इसके साथ ही जांच टीम ने यह भी पाया कि अग्निशमन उपकरण खराब थे। आग लगने के बाद जब यहां दमकलकर्मी पहुंचे और इन उपकरणों का उपयोग करना चाहा तो वह निष्क्रिय निकले, जिस कारण आग बुझाने में विलंब हुआ और आग बेकाबू हो गई। इसके साथ केबल और स्वीच बोर्ड खराब होने से चिंगारी निकली फाइलों में गिरने से आग भड़की है।
आग लगने की घटना के बाद जांच कमेटी ने महाधिवक्ता कार्यालय की इमारत से सीसीटीवी कैमरों का डिजिटल वीडियो रिकार्डर (डीवीआर) को निकलवाकर लखनऊ स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला भिजवाया था। वहां एक-एक फुटेज की गहनता से जांच की गई। इसकी भी रिपोर्ट शनिवार तक आने की संभावना है। रिपोर्ट के साथ ही 105 पेज की जांच रिपोर्ट साशन को सौंपी जाएगी।