संगम नगरी में अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि महाराज को एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर जान से मारने की धमकी दी थी।धमकी उस समय दी गई जब महंत नरेंद्र गिरी महाराज संगम नगरी से बाहर प्रवास पर थे। बता दें कि लगातार धर्म आड़ में पैसा कमाने और स्वयंभू संत बनकर धार्मिक व्यभिचार फैलाने वालों के खिलाफ अखाड़ा परिषद सख्त है। अखाड़ा परिषद सनातन धर्म के नागा संतों के साथ ही अलग-अलग सनातन संप्रदाय के अखाड़ों का प्रमुख केंद्र है।अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष की मान्यता हिंदू धर्म में चारों शंकराचार्य के बाद आती है। किसी भी धार्मिक निर्णय को लेने के लिए शंकराचार्य नियुक्त करने के लिए अखाड़ा परिषद की सहमति अनिवार्य होती है।
शुक्रवार की देर शाम अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी महाराज को फोन आया की अखाड़ा परिषद की होने वाली बैठक में यदि संतो के नाम की लिस्ट जारी की गई तो उन्हें जान से मार देंगे। धमकी देने वाले शख्स ने अपने को आसाराम बापू का शिष्य बताया और उन्होंने कहा कि 18 परिषद देशभर के जिन संतो को चिन्हित कर रहा है। उसमें अगर बापू का नाम आया तो जान से हाथ धोना पड़ेगा।
धार्मिक चोला ओढ़े हुए संतो के नाम का लगातार नए-नए प्रकरण से जुड़ना सनातन धर्म के आस्था के खिलाफ है।आसाराम बापू चिन्मयानंद रामपाल और अब राम रहीम के मुद्दे से सनातन धर्मावलंबियों को बहुत आघात पहुंचा है।देशभर की धार्मिक मान्यताओं की संस्थाओं ने अखाड़ा परिषद से मांग की कि वह देश भर के उन संतो को चिन्हित करें जो स्वयंभू संत घोषित हो गए हैं। और अपनी पूजा करवा रहे हैं।ऐसे लोगों को बाबा कहलाने का कोई अधिकार नहीं है। वह किसी व्यक्ति के गुरु हो सकते हैं। आध्यात्मिक विचारक हो सकते हैं। लेकिन सनातन धर्म के गुरु नहीं हो सकते ।और ऐसे लोगों के साथ सनातन धर्म क्या हिंदू धर्म को नहीं जोड़ा जाना चाहिए।
आज देर शाम अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष प्रयाग पहुंचे उन्होंने मीडिया से बताया कि उन्हें धमकी दी गई उन्हें इसकी कोई परवाह नहीं है।धर्म की आड़ में किसी भी तरीके का समझौता नहीं किया जाएगा सनातन धर्म संस्कृति और परंपराओं से कोई भी समझौता नहीं होगा।
बता दें कि राम रहीम के प्रकरण के बाद अखाड़ा परिषद ने देशभर के संतो से अपने अपने क्षेत्र के स्वयंभू बाबाओं की लिस्ट मांगी है और उन्हें वह चिन्हित करके देश भर में जारी करेगा चीन का अखाड़ा परिषद या सनातन धर्म से कोई लेना देना नहीं है और इनके किसी भी विवाद इनके किसी भी कुकर्म को हिंदू धर्म है सनातन धर्म की संस्कृति से ना जोड़ा जाए।
देर शाम पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जिस फोन नंबर से महंत नरेंद्र गिरि महाराज को धमकी दी गई थी उसे ट्रेस कर लिया गया है जल्दी उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।जानकारी के अनुसार वह फोन महाराष्ट्र से आया था जिसने स्वयं को आसाराम बापू का शिष्य बताया था।