मरखामऊ गांव निवासी सुभाष की 27 वर्षीय पत्नी शीला देवी अपने सात वर्षीय बेटे हिमांशु को लेकर शनिवार शाम अपने मायके के लिए निकली थी। जाने से पहले उसने अपने पति सुभाष से कहा था कि गेहूं की कटायी के लिए वह अपनी मां को लेकर एक दिन बाद वापस आ जाएगी। रविवार सुबह एक खेत में शीला और बेटे हिमांशू की लाश मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। गांव वालों ने शव देखते ही तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी।
घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की तो उनके सामने कई पहलू निकल कर सामने आए। मृतक शीला के पति सुभाष ने पत्नी और बेटे की हत्या का आरोप गांव के ही हवलदार यादव नामक युवक पर लगाया। हवलदार यादव पर आरोप लगाते हुए सुभाष ने पुलिस को बताया कि करीब डेढ़ साल पहले हवलदार उसकी पत्नी को बहला कर अपने साथ लेकर भाग गया था। गांव में पंचायत होने पर एक महीने बाद हवलदार उसकी पत्नी को लेकर वापस आया।
सुभाष ने पुलिस को बताया कि हवलदार लगातार उसकी पत्नी को परेशान करता था। गांव के लोग भी हवलदार की इस हरकत का विरोध नहीं करते थे। सुभाष ने हवलदार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने ही पत्नी के घर से निकलते ही पीछा किया होगा। इस दोनों में किसी बात पर विवाद हुआ होगा और हवलदार ने गुस्से में आकर पत्नी और बेटे की हत्या कर दी होगी। सुभाष की बात सुनने के बाद पुलिस हत्यारोपी हवलदार की तलाश में जुट गई है। इसके साथ ही पुलिस कई अन्य बिन्दुओं को जोड़ते हुए भी मामले की जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार हत्यारोपी जल्द ही पुलिस की हिरासत में होगा।