आरबी लाल विनोद बी लाल संजीत लाल सुधा लाल योजना लाल एक गिरोह बनाकर धर्मान्तरण के साथ.साथ अवैध और गैरकानूनी ढंग से जमीन पर कब्जा वगैर मान्यता के स्कूल संचालित करना के सम्बन्ध में जिन कार्यकर्ताओं ने आवाज उठाई उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई। साथ ही शियाट्स यूनिवर्सिटी के ऐक्सिस बैंक खाते से करोड़ो रूपये का गमन फर्जी नामों से हाईकोर्ट में व लोवर कोर्ट में मुकदमा दायर करा कर। दूसरे की जमीन अपनी बताकरआदेश पारित कराने फर्जी कागजात पर शस्त्र लाइसेंस लेने सहित कई मामले दर्ज है। इन सभी आरोपों के सम्बन्ध में शहर के अलग अलग थानों में रिपोर्ट दर्ज है।और चार्जशीट भी न्यायालय में दाखिल हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के गिरफ्तारी स्थागन आदेश की तिथि भी पूरी हो चुकी है।
इस मामलों को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय विशेष सचिव शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने जिलाधिकारी इलाहाबाद को निर्देश दिया है कि 11 फरवरी 2018 तक हर हाल में गिरफ्तारी की जाय। बता दें कि आर बी लाल के छोटे भाई विनोद बी लाल इस समय नैनी जेल में बंद है। जिन्हें बीते दिनों क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था। और आरबी लाल विनोद बी लाल और उनके भाई एस लाल सहित शियाट्स के कर्मचारियों पर करोड़ों के गबन का केस दर्ज है। साथ ही इन पर काशी नरेश की कई एकड़ जमीन कब्जाने का भी आरोप है। यही नहीं सरकार की जमीन पर अवैध तरीके से चर्च बनाकर कब्जा करने के आरोप के साथ ही धर्मांतरण का गंभीर आरोप है। सालों से सियासी रसूख की आड़ में अपना साम्राज्य स्थापित करने वाले लाल बंधु पहली बार कानून के शिकंजे में है।
पहली बार हाईकोर्ट भी इनके खिलाफ सख्त नजर आ रहा है। बीते दिनों आर बी लाल ने हाईकोर्ट से अपनी गिरफ्तारी पर स्टे ले लिया था। जिसका नियत समय खत्म हो गया है। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता श्याम ने यह मामला मुख्यमंत्री के दरबार तक पहुंचाया। जहाँ मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव ने तत्काल गिरफ्तारी के आदेश जारी किए।बता दे कि शियाट्स पर सालों से धर्मांतरण के आरोप लगते रहे हैं। लेकिन लाल बंधुओं का रसूख इलाहाबाद से लेकर लखनऊ और दिल्ली के दरबार तक इस कदर था। कि कोई भी उनके खिलाफ बोलने की हिमाकत नहीं करता था ।और जिसने भी इनके खिलाफ आरोप प्रत्यारोप किया उनको खुद कटघरे में खड़ा किया जाता था। ऐसी स्थिति में पहली बार कानूनी शिकंजे में फंसे लाल बंधुओं के खिलाफ कई मामले सामने आए हैं । जिस पर अब कार्यवाही होना तय है।