मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फूलपुर उपचुनाव के लिये सभा करने पहुंचे। वह सीधे संसदीय सीट में आने वाले सोरांव विधानसभा के जलालपुर स्थित पं. नेहरू इंटर कॉलेज गए। वहां उन्होंने एक सभा को संबोधित किया। उनके साथ मंच पर डिप्टी सीएम
केशव प्रसाद मौर्य , सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त, बैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, विधायक विक्रमजीत मौर्य समेत विधायक व बीजेपी के पदाधिकारी मौजूद रहे। सोरांव के बाद योगी की सभा फूलपुर विधानसभा क्षेत्र के सहसों स्थित शिवाजी डिग्री कॉलेज में सभा करेंगे। इसके अलावा उनकी सभा इलाहाबाद में
तुलसी मंच लेबर चौराहा अल्लापुर में भी होगी।
दलित और पिछड़े मतदाताओं को रिझाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीएसपी और सपा ने भीमराव आंबेडकर को वो सम्मान नहीं दिया जो बीजेपी ने दिया। हमने पांच स्थलों को पंच तीर्थ के रूप में विकसित करने का काम किया। सपा और बसपा के गठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि मैंने एक बीएसपी नेता को आगाह किया था कि सपा बिच्छू है और जब भी मौका मिलेगा वह डंग जरूर मारेगा। उसकी प्रवृत्ति नहीं बदल सकती, भले ही वो अपनाचोला बदल ले।
उन्होंने लखनऊ के आंबेडकर पार्क का जिक्र करते हुए कहा कि सपा बाबा साहब अंबेडकर के स्मारक और अन्य प्रतिमाओं को तोड़ देने की बात करती थी। उस स्थल को बदहाल छोड़ दिया गया था। ऐसी सोच रखने वाली सपा को अब तिनके (बसपा) के सहारे की जरूरत पड़ गयी है। याद दिलाया कि जब बीजेपी की सरकार आयी तो हमने उसका खयाल रखा और वहां लाइटिंग की व्यवस्था करायी। कहा कि बीजेपी का मानना है कि वह स्मारक जनता की खून-पसीने से बना है। बीजेपी मानती है कि वह जनता के खून पसीने की कमाई से बना है। सपा और भाजपा में यही अंतर है।
पूर्व की सपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उस दौरान विकास नहीं दंगे होते थे, वह भी हर सप्ताह। इसी के चलते यूपी में कोई निवेश नहीं आता था, आखिर उन परिस्थितियों में कोई उपनिवेशक भला यूपी में आता कैसे? पिछली सरकार में गुंडों और अपराधियों को समानित किया जाता था। दंगाईयों को मुख्यमंत्री घर बुला कर सम्मान देते थे। सूबे में अपराध चरम पर था बहन, बेटियां और आम जनता सुरक्षित नहीं थी। गुंडों माफियाओं की पूजा होती थी। बीजेपी ने आते ही इस स्थिति को बदल दिया और अब सूबे के हालात बेहतर हैं।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सपा-बसपा के रिश्तों को अपवित्र बताते हुए कहा कि दोनों ने सिर्फ यूपी को लूटा और अराजकता फैलाई है। अब ये साथ हो गए हैं और दोनों ही डूबेंगे, क्योंकि डूबते को बचाने के लिये निपूण व्यक्ति की जरूरत होती है। यदि दोनों एक ही जैसे होंतो वो साथ डूब जाते हैं। गठबंधन को विपक्षी दलों का डर बताया, कहाकि त्रिपुरा में सरकार बनते ही यूपी में गठबंधन बताता है कि ये लोग बीजेपी से डरे हुए हैं। यह भी जोड़ा कि अब वंशवाद, परिवारवाद और जातिवाद की राजनीति करने वालों के दिन लद गए हैं।
By Arun Ranjan