फूलपुर में मतदाताओं की धीमी रही रफ्तार
फूलपुर संसदीय क्षेत्र में सुबह से शुरू हुए मतदान की रफ्तार बेहद धीमी रही। सुबह 7 बजे मतदान शुरू हुआ तो पहले दो घंटे में 19.20 प्रतिशत मतदाताओं ने वोटिंग की। सबमें सबसे कम मतदान शहर उत्तरी में 1.0 प्रतिशत रहा। लेकिन समय बढऩे के साथ ही मतदाताओं का रुझान पोलिंग बूथ की तरफ हुआ और 11 बजे तक मतदाताओं का आंकड़ा 12 प्रतिशत पहुंच गया। एक बजे तक यह आंकड़ा 19.2 प्रतिशत पहुंचा। 3 बजे पांचों विधानसभा क्षेत्रों में कुछ 26.6 प्रतिशत तक मतदान हुआ है। शाम पांच बजे मतदान खत्म होने के बाद जारी आंकड़ों के अनुसार कुल 38 फीसदी मतदान हुआ है।
तैयारियों की हवा निकली
उपचुनाव में राजनितिक दलों ने भले ही गांव.गांव गली.गली की खाक छानी हो लेकिन मतदाताओ में उत्साह नहीं दिखा। शहरी क्षेत्रों की विधानसभा सहित ग्रामीण इलाकों में भी मतदाता बहुत कम निकले। महीनों से चल रही प्रशासनिक तैयारी की भी हवा निकल गई। इस बीचए कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम में खराबी के कारण मतदान देर से शुरू हुआ। फूलपुर विधानसभा क्षेत्र के नीबी कला में वीवीपैट मशीन में खराबी आ गई थी। थरवई के जगदीशपुर पूरे चंदा में मशीन खराब होने से करीब 40 मिनट बाद मतदान शुरू हो सका।
केशव के लिए बड़ी चुनौती
फूलपुर संसदीय क्षेत्र उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद से खाली थी। फूलपुर संसदीय क्षेत्र का मतदान योगी सरकार के साथ केशव प्रसाद मौर्या के लिये अहम माना जा रहा है। पहली बार फूलपुर लोकसभा में भाजपा का कमल खिलाने वाले केशव के लिए उपचुनाव का सियासी समीकरण महत्वपूर्ण होगा। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के करीबी माने जाने वाले केशव के लिए सपा बसपा के एक साथ आने के बाद फूलपुर लोकसभा में कमल खिलाना एक बड़ी चुनौती की तरह है। यह चुनाव भजपा सहित सपा.बसपा गठबंधन के लिए 2019 की रणनीत और दिशा तय करेगा।
केंद्र और राज्य की प्रतिष्ठा भी जुड़ी
प्रदेश की दो महत्वपूर्ण सीटों पर हुए उपचुनाव पर सभी सियासी दलों की नजर बनी हुई है। जहां एक तरह यूपी में प्रचंड बहुमत वाली योगी सरकार से इसे सीधे जोड़ा जा रहा है। देश आने वाले आम चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी की लहर का भी अंदाजा भी विपक्ष लगाने में जुटा है। स्थानीय मुद्दों को देखा जाए तो लगातार विकास का नारा बुलंद करने वाले फूलपुर से पहले भाजपा सांसद रहे डिप्टी केशव प्रासद की राजनितिक स्थित को भी उपचुनाव तय करेगा। नोटबंदीए जीएसटी के बाद भी प्रधानमन्त्री मोदी का साथ देने वाली जनताए नीरव मोदी के घोटाले के बाद भी अपना विश्वास कायम रखती है की नही इसका पता आगामी 14 मार्च को होना है।
पूरा हुआ मतदान
फूलपुर में 5 विधानसभा क्षेत्रों पर मतदान हुए। कुल 19 लाख 63 हजार मतदाता पंजीकृत हैं। मतदान के लिए कुल 2155 बूथ बनाये गये थे। 10 सुपर जोनल मजिस्टेटए 20 जोनल मजिस्टेट एवं 152 सेक्टर मजिस्टेट तैनात किए गए थे । 30 मतदान केन्द्रों पर वेब कास्टिंग कराई गई। इसके लिए 217 पोलिंग पार्टियां एवं 11 हजार मतदान कर्मी ड्यूटी में लगाये गये थे।
कुल मतदान 38% ।
फाफामऊ विधानसभा- 43%
सोरांव विधानसभा – 45%
फूलपुर विधानसभा- 46.32%
शहर उत्तरी विधानसभा- 21.65%
शहर पश्चिमी विधानसभा- 31%