प्रयागराज पुलिस बाहुबली अतीक अहमद के साम्राज्य को ध्वस्त करने के लिये काफी पहले से ही कवायद शुरू कर चुकी है। इस कड़ी में अतीक समेत उनके करीबियों के खिलाफ मुकदमे से लेकर काफी समय से फरार चल रहे अतीक के भाई और गैंग को संभालने वाले पूर्व विधायक खालिद अजीम अशरफ को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। यही नहीं सालों से अतीक के जिस असलहे की तलाश की जा रही थी, वह भी अशरफ की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने छापेमारी कर बरामद कर लिया।
अब पुलिस ने अतीक के गैंग से जुड़े मददगारों की लिस्ट बनाकर उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। सीओ सिविल लाइंस बृज नारायण सिंह ने मीडिया को दिये अपने बयान में बताया है कि अतीक अहमद गैंग से जुड़े कई मददगारों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने के लिये रिपोर्ट भेजी गई है। इनमें धूमनगंज पीपलगांव निवासी जयप्रकाश दुबे राय, राजरूपपुर के कपिल देव त्रिपाठी, कौशाम्बी के जीतेंद्र सिंह, बमरौली के मोहम्मद आलम, बेगम बाजार के मोहम्मद अशरफ, धूमनगंज के मोहम्मद अकबर, राजरूपपुर के कमलेश सिंह पटेल और केमोहम्मद राशिद के नाम शामिल हैं।
पुलिस की मानें तो कैंट निवासी मो. राशिद के नाम से राइफल है। उसके खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा भी दर्ज है। पुलिस को पता चला है कि राशिद अतीक अहमद के धंधों में सहयोग करता है। इसका असलहा भी गैंग से जुड़े लोगों ने अपने कारनामों के लिये प्रयोग में लाए हैं। पुलिस इसी आधार पर कार्रवाई कर रही है।
बताते चलें कि यूपी पुलिस पिछले कुछ महीनों से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के गैंग के खिलाफ पूर्वांचल के सभी जिलों में ताबड़तोड कार्रवाई कर रही है। वाराणसी, जौनपुर से लेकर मऊ तक में मुख्तार गैंग से जुड़े मछली कारोबारियों और मछली माफिया के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सलाखों के पीछे डाल दिया और उनकी करोड़ों रुपये की सम्पत्ति भी जब्त की गई है।