विश्व हिंदू परिषद ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के धर्मांतरण से प्रभावित स्थानों को चिन्हित कर उन क्षेत्रों में गरीब हिंदुओं की सेवा कार्य, एकल विद्यालय रोजगार केंद्र को चलाने का फैसला लिया है ।ऐसे स्थानों पर कथावाचको द्वारा कार्यक्रम आयोजित कर धर्म एवं संस्कृति के प्रति जागरूकता का अभियान चलाया जाएगा। इसमें धर्म प्रसार केंद्रीय मंत्री सुधांशु पटनायक क्षेत्र संगठन मंत्री अम्बरीष सिंह सम्मलित रहे। धर्मांतरण रोकने के लिए संगठन ने अलग-अलग स्तर पर योजनाएं तैयार की है। इसमें कथावाचक, धर्म योद्धा, सत्संग ,विद्यालय एवं चिकित्सालय चलाने की योजना है। प्रांत संगठन मंत्री मुकेश कुमार ने बताया कि काशी प्रांत में धर्मांतरण प्रभावित स्थानों को चिह्नित कर उनकी सूची तैयार की गई है।
विश्व हिंदू परिषद का प्रयास है की धर्मांतरण को रोककर जिन हिंदुओं ने धर्म बदला है। उन्हें फिर से अपनी पूजा पद्धति की ओर वापस बुलाया जाए और उनकी घर वापसी कराई जाए अपने धर्म में वापस बुलाने का कार्य पूरा करने का लक्ष्य 2024 तक विश्व हिंदू परिषद ने तय किया है। प्रशिक्षण के दौरान , प्रयागराज जिले के शंकरगढ़ नारीबारी मेंजा कोराव कॉरिहार कौशांबी और कड़ा मानिकपुर क्षेत्र चिन्हित किया गया है। वहीं सोनभद्र में घोरावल चोपन नगवा चतरा रेणुकूट बभनी दुद्घि ,मिर्जापुर में सदर हालिया लालगंज मड़िहान सीखड़ा चंदौली में नवगढ़ काशी महानगर में राजर्षि शिवपुर मांडवर्षी गंगा, काशी ग्रामीण में बड़ागांव हरहुआ पिंडरा, जौनपुर में सरकोनी केराकत मछली शहर बरसठी को चिन्हित किया गया है।