इसी के साथ प्रियंका गांधी का मिशन यूपी स्टार्ट हो गया है। दो दिन के उनके यूपी दौरे में सॉफ्ट हिंदुत्व की झलक साफ देखने को मिली। बुधवार को वह सहारनपुर में मुस्लिमों को साधती नजर आयीं। उन्होंने जहां शाकंभरी देवी में पूजन किया वहीं पीर की खानकाह में भी हाजिरी लगाई। जाटलैंड में महापंचायत के मंच से किसानों को साधने की कोशिश की। दूसरे दिन प्रयागराज पहुंचकर मौनी अमावस्या पर त्रिवेणी में डुबकी लगाई। यहां वह प्राचीन मनकामेश्वर मंदिर गईं। बेटी के साथ आनंद भवन गईं और परदादा पं. जवाहर लाल नेहरू की अस्थियों पर पुष्प अर्पित किये।
रुद्राक्ष की माला का खास संदेश
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के गले में रुद्राक्ष की माला रहती थी। अब प्रियंका के हाथों में रुद्राक्ष की माला दिख रही है। सहारनपुर के चिकलाना में बाबा भूरादेव मंदिर, सिद्घपीठ मां शाकंभरी मंदिर के अलावा पंचायत में भी रुद्राक्ष की माला उनकी कलाई में लिपटी रही। और अब प्रयागराज में भी रुद्राक्ष की माला लिए वह दिखीं। राजनीतिज्ञों का कहना है इसके जरिए वह कोई विशेष संदेश देना चाह रही हैं।
शंकराचार्य स्वरूपानंद से लिया आर्शीवाद
प्रियंका गांधी पूर्वांचल के दौरे के दौरान शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद से भी मिलीं। संगम में नाव से उसपार गईं। खुद नाव चलाई और नाविक को दो हजार रुपये भी दिये। संगम में प्रियंका की डुबकी सबके आकर्षण का केंद्र रही। यहां वह आम श्रद्घालु की तरह नजर आयीं। सुरक्षा घेरा तोड़कर एक छात्रा से भी मिलीं।
सीधे पहुंची आनंदभवन
बेटी के साथ प्रियंका सुबह बमरौली एयरपोर्ट से सीधे आनंंद भवन पहुंची। जहां कांग्रेस नेताओं ने उनका स्वागत किया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी भी उनके साथ थे। प्रियंका ने यहां एक बैठक की और स्वराज ट्रस्ट भवन से जुड़े कमचारियों व शुभचिंतकों से मुलाकात की। ट्रस्ट द्वारा संचालित अनाथालय की बच्चियों से मुलाकात कर उनसे बात भी की।