बीएचयू वीसी के घर में हुआ विरोध वही बीएचयू मुद्दे पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय में दिन भर प्रदर्शन नारेबाजी का दौर चला अलग-अलग छात्र संगठनों ने पीएम मोदी सहित सीएम योगी और बीएचयू के कुलपति प्रो. गिरीश चंद त्रिपाठी का पुतला फूंका। प्रो. जीसी त्रिपाठी के खिलाफ भयंकर विरोध को देखते हुए उनके घर की भी सुरक्षा बढाने की चर्चा है। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने बीएचयू वीसी त्रिपाठी का इस्तीफा मांगा। बीएचयू में छेड़खानी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में माहौल गर्म है। समाजवादी छात्र सभा ने छात्रसंघ भवन पर वीसी प्रो. जीसी त्रिपाठी का पुतला फूंककर उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की बात कही और केंद्र सरकार से मांग की तत्काल प्रभाव से प्रो. त्रिपाठी को निलंबित किया जाए।
विद्यार्थी परिषद उतरी सरकार के विरोध में वही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बीएचयू में लाठीचार्ज के विरोध में कुलपति सहित सरकार का विरोध किया। विद्यार्थी परिषद ने सुभाष चैराहे पर बीएचयू प्रशासन का पुतला फूंका और केंद्र सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी की। विद्यार्थी परिषद के महानगर मंत्री रिंकू पयासी ने कहा कि छात्र हित में सरकार का निर्णय नहीं लेगी तो विद्यार्थी परिषद भी सरकार और उसकी व्यवस्था के खिलाफ प्रदर्शन करने में कोई गुरेज नहीं करेगी। छात्राएं अपने हित और अपने अधिकार के लिए प्रदर्शन कर रही थी। शांतिपूर्ण चल रहे प्रदर्शन पर लाठीचार्ज क्यों किया गया। विद्यार्थी परिषद ने प्रो. त्रिपाठी से सवाल पूछा कि उन्हें छात्रों से मिलने से परहेज क्यों है।
इविवि में बना चुनावी मुद्दा इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की सरगर्मी अपने पूरे शबाब पर है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में हुए छात्रों पर लाठीचार्ज को छात्र संगठन चुनावी मुद्दा बना रहे। आइसा व समाजवादी छात्र सभा कैम्पस में अपने प्रचार में यह कहने से नहीं चूक रही है कि केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है और बेटियों पर ही लाठी चलवा रही है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय का लाठीचार्ज इलाहाबाद विश्वविद्यालय के चुनाव में बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है। कैंपस में सभी छात्र संगठन ने उग्र प्रदर्शन किया पुतला फूंका और और केंद्र सरकार से जवाब मांगा।
मोदी सहित संघ पर निशाना बीएचयू प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में है और यह घटना उस वक्त की है जब खुद पीएम मोदी काशी के दौरे पर थे। प्रधानमंत्री दुनिया भर में बेटियों को पढ़ाने और आगे बढ़ाने व स्वरोजगार देने की वकालत करते हैं। बीएचयू के प्रति आक्रोश इसलिए भी है कि विश्वविद्यालय का प्रशासन यह कह रहा है। कि प्रदर्शन में इलाहाबाद के छात्र भी शामिल थे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने बीएचयू के वीसी प्रो. जीसी त्रिपाठी के गृह जनपद में उनके खिलाफ जमकर हल्ला बोला और उन से इस्तीफा मांगा। आइसा कार्यकर्ताओं ने कहा कि संघ के करीबी वीसी के इशारे पर लाठीचार्ज काराया गया। संघ की निति का यही चेहरा है जो बीएचयू में देखने को मिल रहा है।
by Prasoon Pandey