मथुरा-वृंदावन से नगाड़ा पार्टी के हजान सिंह ने बताया कि बड़े मौकों पर नगाड़ा बजाने की काफी पुरानी परम्परा है। पहले कुंभ में जब राजा-महाराज जाते थे, तो उनके साथ नगाड़ा पार्टी जाती थी। नगाड़ा पार्टी स्नान के दौरान नगाड़ा बजाकर जनता के मनोरंजन सहित कई तरह की धुन पर नृत्य किया जाता था। पुरानी परम्परा को जागृत करने के लिए आए हैं। राजा-महाराजाओं के समय में यह परमपरा जारी थी। नगाड़ा बजाकर राजा-महाराजा स्नान की वक्त ले जाते थे। संस्कृति विभाग ने मथुरा से पूरी टीम को बुलाया है। टीम के सदस्य जब नगाड़ा के साथ अन्य उपकरण बजाते हैं, तो धुन पर दो सदस्य नृत्य करते हैं। इस तरह गंगा के गुणगान के साथ ही मनोरंजन भी किया जाता है।
लगातार ब्रिज डांस खत्म होती जा रही है। काफी प्राचीन परंपरा और नृत्य धीरे-धीरे विलुप्त होते जा रहे हैं। प्राचीन नृत्य को बचाने और लोगों तक पहुंचाने के लिए एक नगाड़ा दल बनाया गया है। इसके लिए देशभर में धूमकर कार्य कर रहे है।