मऊआइमा की देल्हूपुर गांव के मदरसे में पढ़ने वाली बच्चियों को वहां के हाफिज ने इस कदर मारा कि, बच्चियों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। देल्हूपुर गांव के रहने वाले लोगों की माने तो बच्चियों को घर से निकलने की सजा दी गई है।
नाम न लिखने की शर्त पर गांव के शख्स ने बताया कि, गांव में ही बारात आई थी। जिसमें वह बच्चियां बारात देखने चली गई। दूसरे दिन सुबह जो वह मदरसे में पहने पहुंची तो हाफिज को किसी दूसरी बच्ची ने बताया कि, हम लोग कल शादी देखने गए थे। बस फिर क्या था हाफिज के सर पर भूत सवार हुआ और बच्चियों को तब तक मारा जब तक वह गिर नहीं गई।
स्थानीय लोगों की माने तो बच्चियों को इस कदर मारा जिससे बच्चों के सर में गंभीर चोट आई। घर पहुंचकर जो बच्चों ने बताया तो परिजनों ने मदरसे में पहुंचकर इसकी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन तब तक मदरसे के शिक्षक वहां से भाग चुके थे। परिजन मऊआइमा पुलिस चौकी पर पहुंचे जहां कोई कार्रवाई ना होने के चलते वह मान्धाता थाने गए। जहां सीओ मांधाता ने मेडिकल कराने के लिए भेज दिया। बच्चियों का इलाज अभी भी प्रतापगढ़ जिला अस्पताल में चल रहा है।
दिलीपपुर पुलिस चौकी इंचार्ज की माने तो जिस हाफिज ने मदरसे में बच्चियों को मारा वह सरकारी शिक्षक नहीं है। उसे मदरसे की तरफ से रखा गया है और परिजनों ने चौकी पर कोई तहरीर नहीं दी है, जैसे ही कोई तहरीर मिलती है। कार्रवाई की जाएगी। हालांकि परिजनों का कहना है कि, हम ने तहरीर दी है तभी मेडिकल कराने का आदेश दिया गया है और हम शिक्षक की गिरफ्तारी चाहते हैं।
by प्रसून पांडेय