उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि न्याय ग्राम का निर्माण करीब 35 एकड़ जमीन में किया जाना है। करीब डेढ़ साल में न्याय ग्राम का निर्माण कार्य पूरा होना है। समय पर कार्य हो सके इसके लिए मैं सीएम योगी आदित्य नाथ को सुझाव देना चाहूंगा कि न्याय ग्राम के विकास कार्यों की समीक्षा करने के लिए एक कमेटी बनाएं। उस कमेटी के माध्यम से हर महीने कार्यों की समीक्षा की जाए। इससे निर्माण कार्य में तेजी से कार्य हो सकेगा। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में रजिस्टर्ड 160 न्यायमूर्ति होने चाहिए।
बावजूद इसके यहां 109 तक ही न्यायमूर्ति की संख्या पहुंच पायी है। उन्होंने कहा इस मंच पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद जी भी हैं, मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ भी। इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश डीबी भोषले जी अगर जजों की संख्या 108 से 160 करने के लिए पत्र लिखें। मेरे सामने लेटर आते ही उसे मैं राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद तक पहुंचा दूंगा। उन्होंने हंसते हुए कहा कि मुख्य न्यायाधीश भोषले जी मेरे ही प्रदेश महाराष्ट्र के हैं। उनका और मेरा घर बगल के ही जिले में पड़ता है। इस लिए मैं उन्हें काफी अच्छे से समझता हूं।
हालंाकि ये अच्छी बात होगी की इलाहाबाद हाईकोर्ट के जजों की संख्या मंे बढ़ोत्तरी होगी तो आम लोगों को सही जल्दी न्याय मिलेगा। न्याय प्रणाली में तेजी आएगी। यहां आने वाले लोगों को अगर कम खर्च में और जल्दी न्याय मिलेगा। जजों की संख्या बढ़ने से सही ऊर्जा मंे न्याय का राज होगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद मौजूद रहे। इनके अलावा मंच पर उनकी पत्नी सविता कोविंद, सुप्रीम कोर्ट के जज आरके अग्रवाल और सुप्रीम कोर्ट के जज अशोक भूषण, मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ मौजूद रहे। इस दौरान इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीबी भोसले सहित अन्य जज, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौय और अन्य मौजूद रहे।