दरअसल नैनी ज़ेल में बन्द तीन क़ैदियों का अंतर्जनपदीय ट्रांसफर हुआ। जिसमें संतोष यादव, राजेश यादव औऱ जाबिर हुसैन को स्थांतरित किया गया। जेल के भीतर से अपराध पर रोक लगाने को लेकर निर्णय लिया गया। एक बार फिर ज़ेल के अंदर से रंगदारी मांगने की घटना सामने आने के बाद तबादला किया गया।बता दें कि जिले के झूंसी इलाके में गुरुवार को व्यवसायी को गोली मारे जाने की घटना क़ा एसएसपी ने संज्ञान लेते हुए की कारवाई।
पिछले दिनों संतोष यादव पर ज़ेल से रंगदारी मांगने का आरोप लगा था । जिसका मुकदमा व्यवसायी ने झूंसी थाने में दर्ज़ कराया था। गुरुवार की दोपहर अग्रवाल इलेक्ट्रॉनिक्स के मालिक पर तीन बाइक सवार बदमाशों ने अंधाधुंध गोली बरसायी जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गया। इस गोलीबारी में संतोष यादव का नाम आया परिजनों के मुताबिक बीते दिनों संतोष यादव ने जेल से फोन करके रंगदारी मांगी थी जिसका मामला दर्ज कराया गया। जिसके बाद संतोष यादव ने वारदात को अंजाम दिलाया। यूपी में जेल से अपराधियों की गतिविधियाँ कई बार बाहर आ चुकी है कभी सोशल मिडिया पर तस्वीरें तो कभी मार पीट जैसा बड़ा मामला सामने आया है।