देश और विदेश से जुड़े नाथ संम्प्रदाय के बारह पंथों के अनुयायी यहां पहुंच रहे हैं। असम से अफगानिस्तान तक फैले इस संप्रदाय से रसिया, जर्मनी, इंग्लैंड के भी लोग जुड़े हुए हैं। यूरोपीय देशों में उपस्थिति दर्ज कराने वाले इस सम्प्रदाय के अनुयायी फैले हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि नाथ संप्रदाय से जुड़े भक्त यहां आएंगे। इसी को ध्यान में रख कर 50 वीआईपी कैंप बनाया गया है। गोरक्षपीठाधीश्वर और यूपी के सीएम 22 जनवरी और 4 फरवरी को प्रयागराज के कुंभ में आएंगे। इन दिनों में मुख्यमंत्री योगी अखिल भारत वर्षीय अवधूत भेष 12 पंथ योगी महासभा गोरखनाथ आखड़े में भी आएंगे।
योगी महासभा गोरखनाथ अखाड़े में नाथ संप्रदाय की जमात पहुंच चुकी है। इसमें 18 और 12 जमात के संत पहुंचे हैं। मुख्य मार्ग के सामने नाथ परंपरा की धर्म ध्वजा के नीचे गुरु गोरखनाथ की मूर्ति स्थापित है। कैम्प में दो बड़े शिविर बनाये गए हैं, जहां पर कथा प्रवचन के साथ भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
योगी महासभा गोरख नाथ अखाड़े में डॉ. योगी विलास नाथ ने बताया कि यह देश भर के नाथ संप्रदायों का अखाड़ा है। यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कैम्प नहीं है। योगी आदित्यनाथ नाथ सम्प्रदाए के अध्यक्ष हैं और यहां आएंगे। उनके साथ ही नाथ महंत योगी बालक नाथ जो कि नाथ सम्प्रदाए के उपाध्यक्ष हैं भी आएंगे। वह अपने स्थल बोहर रोहतक हरियाणा से यहां पहुंचेंगे।