मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गंगा में कोई गंदा पानी न जाये इसके व्यापक प्रबन्ध किये जा रहे हैं।15 दिसम्बर के बाद कोई गंदा पानी में गंगा में नही जायेगा। गंगाजी की अवरिल एवं निर्मल धारा के व्यापक प्रबंध कर लिये गये हैं। उन्होंने कहा कि कुम्भ में 192 देशों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया हैए जिससे कुम्भ के भव्य एवं दिव्य आयोजन का प्रचार.प्रसार पूरे विश्व में हो सके। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रयाग की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हुए पेंटिग भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि कुम्भ आयोजन समाज का आयोजन होता है इसलिए इसमें हम सबकी भागीदारी होनी चाहिए। कहा कि प्रधानमंत्री के सहयोग से कुम्भ को युनेस्को ने मान्यता दी है। आने वाले दिनों में कई डाक्यूमेंट्री फिल्म बनायी जायेगी ।
मुख्यमंत्री ने किले में अक्षयवट दशकों बाद संगम आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए किले के अंदर स्थित अक्षय वट और सरस्वती कूप खोला जाएगा। देश और दुनियां से आने वाले लोग अक्षयवट का दर्शन कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि कुंभ में देश के 6 लाख गांव के लोग आएंगे।इसके अलावा 192 देशों के अतिथियों का आगमन होगा। जिसके लिए श्रद्धालुओं को आमंत्रित किया जा रहा है।साथ ही जिन राष्ट्रों की एंबेसी और राजदूत भारत में स्थापित हैं उन सभी को आमंत्रित किया जा रहा है। बताया कि मेले में बनाये जाने वाले सभी शौचालय जीरो डिस्चार्ज के बनेंगे। मेला क्षेत्र में कुल 1.22 लाख शौचालय बनाए जाएंगे। साथ ही मेले में11 हजार सफाई कर्मचारी इसके लिए तैनात होंगे ।