इस पर मंगलवार को डीएसपी महेन्द्र मीणा के नेतृत्व में दो टीमें गठित कर ब्यूरो ने जाल बिछाया और मंगलवार शाम को परिवादी को छह हजार रुपए की रिश्वत राशि लेकर कैन्टीन भेजा। इस दौरान उपप्राचार्य के नहीं मिलने पर जब परिवादी की फोन पर उससे बात कराई गई तो उसने परिवादी जसवंत को बाजार बुलाया। जहां उपप्राचार्य अपनी पत्नी के साथ पहले ही गाड़ी लेकर खड़ा मिला। परिवादी के रिश्वत की राशि देने पर उपप्राचार्य ने राशि को अपनी गाड़ी में डाल लिया और चलने लगा। इसी बीच एसीबी ने उसे पकड़ गाड़ी से रिश्वत की राशि बरामद की। रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया उप प्राचार्य बीडी वर्मा
आगरा ( उत्तरप्रदेश) के दयाल बाग का रहने वाला है। अब एसीबी आरोपी से पूछताछ कर रही है, पूछताछ के दौरान और भी खुलासे होने की उम्मीद है।