कहीं सड़कें टूटी पड़ी हैं, तो कहीं बारिश से धंस गई शहर में 75 करोड़ रुपए की सीवरेज लाइन डालने के लिए आरयूआईडीपी ने सड़कें खोदी। जो अभी तक टूटी पड़ी हैं। इसके बाद यूआईटी के जरिए करीब 90 करोड़ रुपए का सीवरेज का कार्य चालू किया। जिनकी बनाई सड़कें भी जगह-जगह से धंस गई। नंगली सर्किल से एसएमडी, काला कुआं, राजर्षि कॉलेज सहित कई जगहों पर सड़कें धंसी है।
मनुमार्ग व अल्कापुरी में कीचड़ मनुमार्ग में बारिश के साथ आई गंदगी आमजन के घरों के अन्दर तक पहुंच गई। मनुमार्ग निवासी प्रेमचन्द मित्तल ने बताया कि नालों की सफाई नहीं होने से पानी आगे नहीं गया और घरों में भर गया। अम्बेडकर सर्किल के निकट भी यही हाल हुआ। अल्कापुरी में नाला ओवरफ्लो रहा। जिससे कचरा व कीचड़ कॉम्पलेक्स परिसर में भर गया। इसी तरह एसएमडी सर्किल पर रोड़ पर कीचड़ जमा हो गया। कचरा चारों तरफ फैल गया। शहर में बिजली घर चौराहा, एरोड्रम रोड व एनईबी सहित ऐसे हालात अनेक जगहों के रहे।
रास्ते बन्द हो गए जहां सीवरेज लाइन डालने का काम चल रहा है वहां इतनी बदहाली हो गई कि रास्ते बन्द हो गए। चाहे तिजारा फाटक से आगे का क्षेत्र हो गया कोई दूसरी जगह। जिन जगहों पर सड़कें नहीं बनी वहां के लोग भी घरों में कैद होकर रह गए।
सड़कों पर आधे वाहन डूबे इतनी सी बारिश में सड़कों पर इतना पानी भर गया कि बस स्टैण्ड के आसपास खडे़ रिक्शा व अन्य वाहन आधे पानी मंे डूब गए। बारिश धीरे-धीरे चलती रही। कभी तेज बारिश हुई तो शहर से पानी नहीं निकल पाएगा। जिससे कोई बड़ा नुकसान भी हो सकता है।
नाले ऊपर तक भरे, पानी कहां जाए शहर में नाले ऊपर तक कचरे से भरे हैं। तभी तो एरोड्रम रोड पर सेना भर्ती कार्यालय से पहले ही नाला पूरा जाम है। जिसके कारण पानी वहां खाली जमीन में भर गया। यही हाल शहर के अन्दर से निकलने वाले नालों का रहा। ज्यादातर जगहों पर नालों पर अतिक्रमण है। जिसके कारण ड्रेनेज सिस्टम फेल है। नगर परिषद ने कभी ड्रेनेज सुधारने व अतिक्रमण को ध्वस्त करने की योजना तक नहीं बनाई है। शहर के वैशाली नगर में यूआईटी की ओर से बनाए गए नाले का मुहाना खुला छोडऩे से वहां बारिश से गंदा पानी बह निकला, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहां हालात ऐसे हो गए जैसे कोई बाढ़ आ गई हो।