पीडि़ता का मेडिकल मुआयना करने के बाद चिकित्सकों का कहना है कि उसके साथ बलात्कार हुआ है। रास्ते से उठाया, गैंगरेप कर फेंक गए पीडि़ता दोपहर करीब 2 बजे से अपने घर से कहीं निकल गई। रास्ते से उसे दरिंदों ने उठाया और उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद गाड़ी में पटककर उसे अलवर शहर में लाए। मौका देखकर रात करीब 8 बजे पीडि़ता को तिजारा फाटक ओवरब्रिज के ऊपर फेंककर फरार हो गए। सडक़ खून से लाल हुईपीडि़ता की हालत जबरदस्त खराब थी। उसके गुप्तांगों से इतना खून बह रहा था कि सडक़ के जिस किनारे पर पीडि़ता पड़ी हुई थी। वहां खून से सडक़ लाल हो गई। पुलिस अधीक्षक समेत आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया। डॉग स्क्वायड और एफएसएल टीम ने भी मौके से साक्ष्य उठाए।
आखिर कौन हैं वो दरिंदे? तिजारा फाटक ओवरब्रिज के ऊपर लहूलुहान हालत में मिली नाबालिग पीडि़ता की देर रात पुलिस को पहचान हो गई, लेकिन वो दंरिदे कौन हैं? जिन्होंने इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया। पुलिस के पास इस सवाल का कोई जवाब नहीं है।
पुलिस की गश्त-नाकेबंदी कठघरे में शहर में रात आठ बजे ही नाबालिग पीडि़ता को गैंगरेप के बाद तिजारा फाटक ओवरब्रिज के ऊपर पटक जाना पुलिस की गश्त-नाकेबंदी व्यवस्था को भी कठघरे में खड़ा करता है। इस घटना के बाद पुलिस के कान खड़े हो गए हैं। पुलिस ने मुल्जिमों की तलाश में सरगर्मी से जुट गई है।
पुलिस पूरे रूट पर कैमरे खंगालने में लगी पीडि़ता अलवर शहर के नजदीक स्थित ग्रामीण इलाके की रहने वाली है। जो कि दोपहर घर से निकली थी। पुलिस को पूरा संदेह है कि पीडि़ता को आरोपियों ने रास्ते से उठाया है। इस लिए पुलिस आरोपियों तक पहुंचने के लिए पीडि़ता के गांव से लेकर अलवर शहर के तिजारा फाटक तक के पूरे रूट मैप के सीसीटीवी कैमरों को खंगालने में जुट गई है। पुलिस ये पता लगाने के प्रयास कर रही है कि घटना को अंजाम देने वाले कौन थे तथा वह पीडि़ता को अलवर तक कैसे लाए और कहां उन्होंने घटना को अंजाम दिया।