और भी पुलिस अधिकारियों पर गिर सकती है गाज इस सनसनीखेज मामले में कार्रवाई में लापरवाही बरतने पर अलवर एसपी राजीव पचार को एपीओ कर दिया गया। साथ ही थानागाजी एसएचओ सरदारसिंह को निलम्बित और थाने के चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया जा चुका है। पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रकरण में अभी और भी कई पुलिस अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। इतना ही नहीं दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज हो सकती है।
पहले लापरवाही, दबाव आया तो तत्काल कार्रवाई 26 अप्रेल को हुई घटना में पुलिस 10 दिन तक यानि 6 मई तक लापरवाह बनी रही। इसके बाद जैसे ही मामला मीडिया की सुर्खियों छाया। राज्य सरकार और प्रदेश का पूरा पुलिस महकमा हिल गया। इसके बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 7 से 10 मई के बीच सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मामले को केस ऑफिसर स्कीम में लेते हुए मात्र 8 दिन में पुलिस ने अपना अनुसंधान पूरा कर 18 मई को न्यायालय में चालान पेश कर दिया। यदि पुलिस इस मामले में शुरुआत में ही इतनी तत्परता दिखाती तो आरोपी पहले ही धरे जाते और घटना के वीडियो-फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल नहीं होते।