मास्टर प्लान देखिए, साफ दिखेगा यूआईटी की आवासीय योजना शालीमार के 120 फीट रोड से 60 फीट रोड नंगला रायसिस की तरफ निकल रहा है। शालीमार योजना के रोड से करीब 200 मीटर दूरी तक ग्रीन बैल्ट है। मास्टर प्लान के नक्शे में भी ग्रीन रंग दिख रहा है। जहां पर कोई निर्माण नहीं किया जा सकता।
अब सडक़ पर प्लॉटिंग मौके पर अब कच्ची सडक़ डाली जा चुकी है। अवैध कॉलोनी में भूखण्ड बेचे जा रहे हैं। मास्टर प्लान की जानकारी के अभाव में खरीददार आसानी से झांसे में आ जाएंगे। जिनको थोड़ी बहुत जानकारी भी है तो उनको भूमाफिया यही कहकर टालेंगे कि निर्माण होने के बाद ग्रीन बैल्ट का क्षेत्र भी आर जोन में शामिल हो जाएगा।
ध्यान रखिए मास्टर प्लान के उल्लंघन की जगहों पर भूखण्ड खरीदने के बाद कभी भी निर्माण रोका जा सकता है। जमीन की 90ए भी नहीं होगी। किसी भी तरह की आवासीय योजना नहीं ला सकते। मकान बना भी लिया तो कोई भी ऋण नहीं ले पाएंगे। यूआईटी जब चाहे तब जमीन को खाली करा सकती है। मास्टर प्लान की पालना कराना यूआईटी की जिम्मेदारी है।