यूं देता वारदात को अंजाम शातिर ठग जितेन्द्र कुमार अपने पैतृक गांव बारी से दूर खलीलाबाद में रहकर लखनऊ, गोला बाजार व अलवर आदि स्थानों के लोगों को विभिन्न फाइनेंस कम्पनियों से ऑनलाइन लोन दिलाने के नाम पर ठगी करता था। वह ग्राहकों के आधार व पेनकार्ड में कम्प्यूटर से आंशिक संशोधन अपनी पुरानी मोबाइल सिम पर ओटीपी प्राप्त कर स्वयं अपने सहयोगियों द्वारा तैयार एसबीआई बैंक के फर्जी खातों में लोन के पैसे डलवाकर एटीएम प्राप्त करता। पैसा प्राप्त होने के बाद वह मोबाइल सिम व एटीएम को तोडकऱ फेंक देता। जिससे कि पकड़ा नहीं जा सके।