ऐसा ही एक मामला शाहजहांपुर में सामने आया है। यहां पुलिस के एक एएसआई ने महिला का सहारा लेकर एक नर्सिंग प्रेक्टिसनर को दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर तीन लाख रुपए ऐंठ लिए। मामले का खुलासा आईजी के समक्ष परिवाद पेश होने पर हुआ। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की, लेकिन कई माह बाद भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर परिवादी पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश हुआ। अब पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच एक पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी को सौंपी है।
यह था मामला बहरोड़ के ढिढोर गांव निवासी एक डॉक्टर (नर्सिंग प्रेक्टिसनर) का बहरोड़ व शाहजहांपुर में क्लिीनिक है। 20 मई 2017 को शाहजहांपुर निवासी एक महिला ने उसे फोन किया कि वह बीमार है। इस पर डॉक्टर उसके घर पहुंचा, तो महिला को कोई बीमारी नहीं निकली। जब वह जाने लगा तो महिला ने उसे चाय के बहाने रोक लिया। आरोप है कि महिला ने शाहजहांपुर थाने के एएसआई मनमोहन को फोन कर बुला लिया और डॉक्टर पर उल्टे-सीधे आरोप लगाने शुरू कर दिए। एएसआई ने डॉक्टर को धमकाया और ले-देकर मामले को निपटाने को कहा। बाद में तीन लाख रुपए में सौदा तय हुआ और डॉक्टर ने दो लाख रुपए कैश व एक लाख का चेक लाकर महिला को दे दिया। महिला ने कैश अपने पास रख लिया और चेक को लेकर एएसआई से बात की। एएसआई के मना करने पर उसने डॉक्टर को चेक लौटा दिया और कैश मांगा। अगले दिन महिला बहरोड़ आई और डॉक्टर की एएसआई से बात कराई। 24 मई को डॉक्टर ने एएसआई को फोन किया कि वह पैसे ले आया है। आप पैसे ले लीजिए। इस पर एएसआई ने कहा कि वह नीमराणा कोर्ट आ रहा है, वहां आकर पैसे ले लेगा। थोड़ी देर बाद उसने मना कर दिया और महिला को ही पैसे देने को कहा। इसके बाद डॉक्टर ने महिला को एक लाख रुपए दे दिए।
कई और लोगों को भी फंसाया
परिवाद में बताया गया है कि एएसआई व महिला ने मिलकर इससे पहले भी कई संभ्रांत लोगों को ब्लैकमेल किया। इनमें दो व्यापारी, एक स्कूल संचालक, एक प्रोपर्टी व्यवसायी शामिल हैं। मामले में जांच का विषय यह भी है कि सभी प्रकरणों में अकेला एएसआई लिप्त है अथवा इसमें थाने के अन्य अधिकारी भी शामिल हैं।
रिकॉर्डिंग से खुला खेल संभ्रांत लोगों से पुलिस की ब्लैकमेलिंग की कलई रिकॉर्डिंग में खुल गई। रिकॉर्डिंग में महिला ने डॉक्टर को साफ-साफ बताया कि उससे यह काम एएसआई मनमोहन कराता था। इससे पहले भी उसने मनमोहन के कहने पर कई लोगों को ब्लैकमेल किया। डॉक्टर ने महिला से हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग पुलिस को भी सौंपी है।
प्रकरण में मामला दर्ज किया गया है। अनुसंधान खुशखेड़ा थानाधिकारी कर रहे हैं। पर्यवेक्षण सीओ भिवाड़ी को सौंपा गया है।
राहुल प्रकाश, जिला पुलिस अधीक्षक अलवर। महिला ने मुझे फोन कर बुलाया। वह व्यक्ति वहां पहले से बैठा था। मैंने दोनों को थाने चलने को कहा। बस मेरी गलती यह रही कि मंैने उन्हें वक्त दे दिया और उन्होंने यह कहानी रच दी।
-मनमोहन, एएसआई थाना शाहजहांपुर।