पीडि़ता के भाई ने बताया कि वह घर की ओर जा रहा था, तो उसकी बहन रास्ते में बदहवास पड़ी हुई थी, उसके कपड़े भी फटे हुए थे। वह उसे घर ले गया और पूरी घटना पूछी तो बहन ने रोते हुए बताया कि गांव के प्रभूसिंह व उसके साथियों ने उसका सामूहिक दुष्कर्म किया। पीडि़ता ने जब इसका विरोध किया तो उसके साथ तीनों ने मारपीट की।
पीडि़ता ने इस घटना का अपने परिजनों को बताने की बात कही तो आरोपितों ने उसे जहर पिला दिया। इसके बाद वे आरोपित उसे बाहर रास्ते में छोड़ गए। जैसे ही पीडि़ता को घर लाया गया तो उसके उल्टियां होने लगी। परिजन उसे अस्पताल ले जाने के लिए जैसे ही गाड़ी में बैठाने लगे उसने दम तोड़ दिया। घटना के विरोध में भारी संख्या में लोग नौगावां थाने पहुंचे व पुलिस को रिपोर्ट सौंपी। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है।
देर रात पहुंचे पुलिस अधिकारी घटना की सूचना पर देर रात पुलिस अधिकारी गांव पहुंचे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह, सहायक पुलिस अधीक्षक अनिल बेनिवाल सहित एफएसएल की टीम सहित पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचे और जांच शुरु की। मृतक पीडि़ता के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अलवर लाया गया है।
पुलिस ने शुरु की तलाश घटना के बाद से ही तीनों आरोपितों का कोई सुराग नहीं लगा है। गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है। आरोपितों की तलाश जारी है।