इस बार बारिश के सीजन में जो भी लोग काली मोरी से रेलवे स्टेशन या रेलवे स्टेशन से काली मोरी की तरफ निकले हैं। उन्हें जरूर याद होगा यहां एक-एक फीट के गड्ढ़े और घुटनों तक भरे रहने वाले पानी से कितनी मशक्कत के बाद निकले हैं। प्रशासन पर दबाव बना तो जल्दी काम शुरू कराया। लेकिन बीच-बीच में बारिश के कारण सडक़ नि र्माण का कार्य रुकता रहा। जिसके कारण इस सडक़ को बनाने में करीब दो माह का समय लग गया। अब सडक़ बनी है तो रेलवे ने लाइन डालने का कार्य शुरू किया है। हालांकि लाइन सडक़ से बिल्कुल सटाकर डाली जा रही है। जिसके लिए करीब दो से तीन फीट गहरी खुदाई भी की जा रही है। जानकारों का मानना है कि इस तरह सडक़ के बगल का हिस्सा कमजोर हो रहा है। जिससे आगे सडक़ के क्षतिग्रस्त होने का डर है।
अभी तक नहीं बन सकी कॉलेज वाली रोड राजर्षि कॉलेज से काली मोरी पुल के बीच की सडक़ का निर्माण कार्य दो माह से अधिक समय से अटका हुआ है। एक तरफ की सडक़ बनाने में ही डेढ़ माह से अधिक समय लग गया। अब दूसरी तरफ की सडक़ बनाने का कार्य चल रहा है। जिसके कारण यहां आए दिन जाम लग रहा है। आमजन को परेशानी हो रही है। कॉलोनी के लोगों ने भी सडक़ निर्माण में हो रही ढिलाई को लेकर विरोध्ेा प्रदर्शन किया है।