सेठजी गलती से रह गई चेन पत्र में लिखा है कि आदरणीय सेठ जी नमस्कार। आपकी गलती से दो चेन हमारे पास रह गई। जिन्हें दुकान पर वापस देने आ रहे थे लेकिन पुलिस को देखकर वापस चले आए। आपका पता मालूम होने के बाद चेन कूरियर से वापस भेज रहे हैं। कृपया दिल से क्षमा करें। आशा है आप हमारी गलती को हृदय से क्षमा कर देंगे। आपका क्षमा प्रार्थी-महेश कठूमर।
पुलिस ले गई चेन, पत्र और लिफाफा ज्वैलर योगेश ने बताया कि लिफाफे में सोने की चेन निकली तो अन्य व्यापारियों के साथ 18 जुलाई की रात कोतवाली थाने पहुंचा। वहां डीएसपी हरिराम कुमावत को बताया। उन्होंने अगले दिन चेन पुलिस को सौंपने को कहा। 19 जुलाई को एएसआई सुखराम मीणा आए और दोनों चेन, चोरों का पत्र, डायरी और कूरियर का लिफाफा ले गए।
किसी को नहीं पची वापसी सोने की चेन 23 दिन बाद कूरियर से वापस लौटाना किसी को नहीं पच रहा। सभी को इसमें पुलिस और चोरों के बीच गठजोड़ की बू आ रही है। पुलिस से गठजोड़ का संदेह तब और गहरा गया जब लिफाफे पर लिखा नाम और टेलीफोन नम्बर गलत निकलने के साथ ही डीएसपी ने थाने में आए व्यापारियों के सामने चेन, लिफाफा और डायरी की बरामदगी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने दूसरे दिन एएसआई को भेजकर बरामदगी करवाई। इधर पुलिस सूत्रों का दावा है कि सीसीटीवी फुटेज में दिखे चेहरे अलवर, भरतपुर और हरियाणा के शातिर चोर से मिलते हैं।
18 जुलाई को कूरियर शोरूम मालिक योगेश गोयल के अनुसार 18 जुलाई को शाम करीब चार बजे कूरियर से एक लिफाफा आया। लिफाफे में एक पत्र और डायरी निकली। डायरी के पन्नों को बीच में से काटकर उसमें सोने की वही दोनों चेन रखी हुई थी जो उनके यहां से चुराई गई थी।
जारी है पड़ताल ज्वैलरी शोरूम से चुराई सोने की दोनों चेन कूरियर से शोरूम पर वापस भेजी गई हैं। पुलिस की पड़ताल जारी है।
सुखराम मीणा, एएसआई (जांच अधिकारी), कोतवाली थाना, अलवर।