स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया स्टाफ एसोसिएशन के उप महासचिव सौरभ शर्मा ने बताया कि अधिकतर बैंक शाखाओं पर ताले लटके रहे। मुख्य प्रबंधक या इससे ऊपर वाली गिनीचुनी बैंक शाखाएं खुली। लेकिन उनमें भी किसी तरह का लेन-देन नहीं हुआ। प्रत्येक बैंकों के कर्मचारी हड़ताल पर रहने से आमजन को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ी। अब गुरुवार को बैंक यूनियनों के पदाधिकारी, अधिकारी व कर्मचारी रोड नम्बर दो स्थित आर्य नगर शाखा के बाहर सुबह साढ़े दस बजे प्रदर्शन करेंगे। इस तरह दो दिन तक बैंकों में कामकाज ठप रहेगा।
इन पांच जिलों में रुके 1100 करोड़ दौसा, भरतपुर, झुंझुनुं नागौर व अलवर जिले में करीब 600 करोड़ रुपए के चेक क्लियरेंस नहीं हो पाए। इसके अलावा कुल 1100 करोड़ रुपए का लेनदेन अटका रहा। दूसरे दिन भी इतने ही करोड़ रुपए का लेनदेन अटकने की संभावना है।
150 करोड़ से अधिक के चेक अटके: हड़ताल के कारण बैंकों में अकेले अलवर में करीब 150 करोड़ रुपए से अधिक के चेक अटके रहे। एक-दूसरे के खाते में जाने वाला भुगतान भी नहीं हो सका।
एटीएम में नकदी नहीं बैंककर्मियों की हड़ताल का असर एटीम पर भी पड़ा। एटीएम में नकदी नहीं डाली जा सकी। जिसके कारण उपभोक्ताओं को एक एटीएम से दूसरे एटीएम पर जाना पड़ा। कई एटीएम आउट ऑफ सर्विस मिले। कुछ में तकनीकी गड़बड़ी से संचालन नहीं हो सका। लगातार दो दिन तक कर्मचारी हड़ताल पर रहने के कारण गुरुवार को एटीएम से नकदी लेने में और अधिक दिक्कतें आ सकती है। दो दिन एटीएम में नकदी डालने का काम नहीं हुआ है।