जिला कलक्टर ने दावा किया है कि धरने पर बैठे परिजनों की कई मांग मान लिए जाने के बाद रविवार को रतीराम के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। बाद में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
जिला कलक्टर इंद्रजीत सिंह ने बताया कि धरने पर बैठे परिजनों की अधिकांश मांग मान ली गई हैं। इनमें हरीश जाटव की मौत के साथ ही रतीराम की आत्महत्या की उच्च स्तरीय जांच के साथ ही सरकार से आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया गया है। जहां तक परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग का सवाल है तो हर सम्भव कार्रवाई की जाएगी। हरीश की कथित मॉब लिंचिंग में मौत के मामले की जांच में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सबूत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
जयपुर भेजेंगे विसरा टपूकड़ा सीएचसी के डॉ. विनोद विजय, सागर अरोड़ा व विक्रम सिंह ने शव का पोस्टमार्टम किया। डॉ. विनोद विजय ने बताया कि शव के विसरा और कुछ अंगों को एफएसएल जांच के लिए जयपुर भेजा जाएगा।
धरना समाप्त करने की घोषणा मृतक रतीराम के भतीजे व तिजारा पंचायत समिति प्रधान टीटू जाटव ने रविवार सुबह करीब 11:30 बजे सहयोग करने वालों को धन्यवाद देते हुए धरना समाप्त करने की घोषणा की। इस दौरान धरना स्थल पर अलवर विधायक संजय शर्मा, जिलाध्यक्ष संजय नरूका, मास्टर रामकिशन मेघवाल व मामनसिंह यादव सहित अनेक ग्रामीण उपस्थित थे।
पीडि़त पक्ष को धमकाकर समझौते का आरोप इससे पहले सीएचसी पहुंचे विधायक संदीप यादव ने बताया कि बसपा के 6 विधायकों की मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान मांगों पर सहमति बन गई थी। वे पीडि़त परिवार को 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता भी देंगे। खंडार से भाजपा विधायक एवं पूर्व संसदीय सचिव जितेंद्र गोठवाल ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने पीडि़त पक्ष को धमकाकर समझौता किया है।
सबूत मिले तो लगाएंगे मॉब लिंचिंग की धारा पीडि़त परिवार के सदस्य, समाज के लोग एवं जनप्रतिनिधियों की मांग के अनुसार निष्पक्ष जांच कराने पर सहमति बन गई है। हरीश की मौत मॉब लिंचिंग में होने के सबूत मिले तो मॉब लिंचिंग की धाराएं लगाकर कार्रवाई की जाएगी।
एस. सेंगथिर, आईजीपी