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अलवर

नए पुलिस जिले भिवाड़ी के सामने है कई गंभीर चुनौतियां, पुलिस को खलेगी संसाधनों की कमी

भिवाड़ी पुलिस के समक्ष कई चुनौतियां होंगी। क्षेत्र में बढ़ता अपराध और संसाधनों की कमी मुख्य समस्या होगी।

अलवरAug 23, 2019 / 02:31 pm

Sujeet Kumar

Bhiwadi Police Has Many Challenges Due To Crime In Alwar

नए पुलिस जिले भिवाड़ी के सामने है कई गंभीर चुनौतियां, पुलिस को खलेगी संसाधनों की कमी

अलवर. राज्य सरकार ने अलवर जिले को क्रिटिकल मानते हुए भिवाड़ी को नया पुलिस जिला बना दिया है, लेकिन नए भिवाड़ी एसपी के सामने चुनौतियां कम नहीं हैं। भिवाड़ी पुलिस जिला क्षेत्र में औसतन एक हत्या और संगीन अपराध हो रहे हैं। इससे सरकार की नींद उड़ी हुई है।
बढ़ते अपराधों को देखते हुए सरकार ने आनन-फानन में भिवाड़ी को नया पुलिस जिला बनाते हुए यहां पुलिस अधीक्षक कार्यालय खोल दिया है। भिवाड़ी के पहले एसपी अमनदीन सिंह कपूर ने कार्यभार भी संभाल लिया है, लेकिन सरकार ने पुलिस जिले के हिसाब से पर्याप्त पुलिस नफरी और संसाधन नहीं दिए हैं। जब तक यहां पुलिस नफरी और संसाधनों की पूर्ति नहीं की जाती, तब तक यहां अपराध पर काबू पाना मुश्किल होगा।
अपराध की दृष्टि से बरसों से संवेदनशील

वैसे तो ये क्षेत्र अपराध की दृष्टि से बरसों से संवेदनशील रहा है, लेकिन नए भिवाड़ी पुलिस जिले की सुगबुगाहट के साथ ही अचानक यहां संगीन अपराधों में बढ़ोतरी नजर आ रही है। एक के बाद एक कभी हत्या तो कभी अन्य संगीन अपराध हो रहे हैं।
बॉर्डर और हाइवे बने सिरदर्द

पुलिस के नए जिले भिवाड़ी के लिए बॉर्डर और हाइवे सबसे बड़े सिरदर्द हैं। भिवाड़ी पुलिस जिला क्षेत्र के भिवाड़ी, टपूकड़ा, चौपानकी, तिजारा, किशनगढ़बास, बहरोड़, नीमराणा, शाहजहांपुर व मांढण आदि इलाके पड़ोसी राज्य हरियाणा की सीमा से सटे हैं। यहां से सैकड़ों चोर रास्ते हरियाणा की ओर जाते हैं। नेशनल हाइवे का लम्बा-चौड़ा हिस्सा इसी क्षेत्र से होकर गुजरता है। क्षेत्र के ये भौगोलिक परिस्थिति अपराधियों के लिए काफी मददगार है।
पिछले दिनों इन अपराधों से बढ़ा तनाव

झिवाणा कथित मॉब लिंचिंग

16 जुलाई की रात चौपानकी थाना इलाके के फलसा गांव में कथित मॉब लिंचिंग में झिवाणा निवासी हरीश जाटव की मौत हो गई। इस घटना के 28 दिन बाद 15 अगस्त को मृतक हरीश जाटव के दृष्टि बाधित पिता रतिराम की संदिग्ध परिस्थितियों में विषाक्त पदार्थ के सेवन से मौत हो गई। दोनों घटनाओं से जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रही।
बसपा प्रत्याशी जसराम हत्याकांड : 29 जुलाई को बहरोड़ के जैनपुरबास में बसपा से बहरोड़ विधानसभा प्रत्याशी रहे जसराम पटेल की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। प्रकरण में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है।
खैरथल और नीमराणा में मर्डर

19 अगस्त को खैरथल के गिरवास में आपसी रंजिश के चलते युवक दिनेश उर्फ टिन्नू पुत्र श्यामलाल की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई। 21 अगस्त को नीमराणा के रेवाणा गांव में कृष्ण पुत्र रामोतार की उधारी के रुपए मांगने पर सुरेश उर्फ पकोडिय़ा ने पिकअप गाड़ी से टक्कर मारकर हत्या कर दी।
किशनगढ़बास में जानलेवा हमला

21 जून की शाम को किशनगढ़बास कस्बे में राजस्थान पत्रिका के वितरक दौलत भारती पर कार में सवार होकर आए बदमाशों ने जानलेवा हमला कर दिया था। प्रकरण में पुलिस ने साजिशकर्ता भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष विश्वास उर्फ डब्बू यादव और चार हमलावरों को गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि मुख्य साजिशकर्ता और हमलावर अभी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं।
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