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लॉक डाउन के बाद बाजारों में व्यापार शुरू लेकिन रेलवे से जुड़े व्यवसाय पटरी पर नहीं लौटे, सैकड़ों परिवारों पर रोजी-रोटी का संकट

locationअलवरPublished: Sep 25, 2020 12:13:06 am

Submitted by:

Lubhavan

अलवर जंक्शन पर रेलवे से जुड़े व्यवसाय ठप हो गए हैं, ऐसे में हजारों परिवारों पर रोजी-रोटी का संकट आ गया है

Business Related To Railways Down At Alwar Junction

लॉक डाउन के बाद बाजारों में व्यापार शुरू लेकिन रेलवे से जुड़े व्यवसाय पटरी पर नहीं लौटे, सैकड़ों परिवारों पर रोजी-रोटी का संकट

अलवर . कोरोना का असर हर क्षेत्र पर पड़ा है। लॉक डाउन में व्यापार चौपट हो गए। अन लॉक होने के बाद बाजारों में तो काम शुरू हो गया लेकिन रेलवे से जुड़े व्यवसाय पटरी पर नहीं लौट पाए हैं। अलवर जंक्शन की बात करें तो यहां संचालित कैंटीन और अन्य दुकानों का काम लगभग समाप्त हो गया है। कैंटीन संचालकों ने बताया कि कोविड स्पेशल ट्रेनें चलने के बाद कैंटीन फिर से खुले हैं लेकिन यहां काम मुश्किल से 10 प्रतिशत रह गया है। अलवर जंक्शन पर लगभग 15 कैंटीन संचालित हैं । जंक्शन पर ट्रेनें चलने के बाद भी यात्री भय के कारण इनसे सामान नहीं खरीद रहे हैं, जिससे इनकी आजीविका पर संकट आ गया है।
रिक्शा और ऑटो चालक पर संकट
लॉक डाउन लगने के बाद से ही जंक्शन के बाहर से चलने वाले रिक्शा और ऑटो संचालकों की आजीविका पर संकट आ गया था जो कि छह माह बाद भी समाप्त नहीं हुआ है। लॉक डाउन से पहले जंक्शन पर 75 से ज्यादा ट्रेनों का ठहराव होता था लेकिन अभी 3-4 ट्रेनें ही चल रही हैं। इससे ऑटो संचालकों को सवारियां नहीं मिल रही हैं। इ-रिक्शा चालक पवन कुमार ने बताया कि लॉक डाउन से पहले लोन लेकर इ-रिक्शा खरीदा था लेकिन सवारियां नहीं मिलने से किस्तें भरना मुश्किल हो गया। ऐसे में सब्जी बेचकर गुजारा कर रहे हैं।
छह माह तक हालात सामान्य होने के आसार नहीं

रेलवे स्टेशन के कैंटीन संचालकों का कहना है कि कोरोना से बिगड़े हालत सामान्य होने में अभी छह महीने का वक्त लग सकता है। ऐसे में कई कैंटीन संचालकों ने दूसरे काम शुरू कर दिए हैं। जंक्शन पर संचालित कैंटीन पर अभी पैकेट में बंद खाद्य पदार्थ बिक रहे हैं। यात्री खुले खाद्य पदार्थ खरीदने से बच रहे हैं। जब तक ट्रेनें नहीं चलती स्टेशन पर हालात सामान्य नहीं होंगे।
फैक्ट फ़ाइल
———————–लॉक डाउन से पहले—— लॉक डाउन के बाद

ट्रैन संचालन ——————78 —————8

यात्री ———————10 से 12 हजार ——300
कैंटीन बिक्री————– 3 से 5 हजार———— 90 प्रतिशत कमी

टैक्सी, रिक्शा संचालित ————100 ————–20
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