एनएचएआई ने अलवर जिले में एक्सप्रेस वे निर्माण के लिए दो अलग-अलग कम्पनियों से अनुबंध किया। इसमें पैकेज- ४ के लिए एचजी इन्फ्रा से गत एक अगस्त व पैकेज-६ के लिए गत तीन अगस्त को केसीसी बिल्डकॉन प्रालि. से करार किया है। दोनों ही एजेंसियों को करार से ३० दिन में ९० प्रतिशत जमीन का भौतिक कब्जा सौंपना था, लेकिन उसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका।
जमीन के मुआवजे की दर निर्धारण या आंकलन में किसी भी प्रकार की समस्या के निराकरण के लिए किसान ट्रिब्यूनल में अपना पक्ष रख सकते हैं। ट्रिब्यूनल मुआवजा निर्धारण की समस्या का निराकरण करेगा।
दो निर्माण कम्पनियों से अनुबंध किया
&अलवर जिला प्रशासन की ओर से अधिग्रहित जमीन का भौतिक कब्जा मिलने का इंतजार है। एक्सप्रेस वे निर्माण के लिए दो निर्माण कम्पनियों से अनुबंध किया जा चुका है, उन्हें अनुबंध के ३० दिनों में अधिग्रहित जमीन का ९० प्रतिशत हिस्सा सौंपना था।
सुरेश कुमार, परियोजना निदेशक एनएचएआई अलवर जोन
जल्द शुरू होगा निर्माण
&किसानों को मुआवजा वितरण में कोई समस्या नहीं है, अब तक ८० करोड़ से ज्यादा राशि का वितरण हो चुका है। मुआवजे को लेकर किसानों को कोई परेशानी है तो वे ट्रिब्यूनल में जा सकते हैं। जल्द ही लक्ष्मणगढ़ तहसील में एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य शुरू होगा।
इंद्रजीत सिंह, जिला कलक्टर अलवर