गांव सील सीमा पर अधिकारी कर रहे कैम्प
मिलकपुर गांव के चारों तरफ के रास्तों पर नाके लगा कर पुलिस बल तैनात कर ग्रामीणों व आम लोगों के आवागमन पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। गांव के मुख्य मार्ग के पास एक मैरिज होम में अधिकारी कैम्प कर रहे है। जिसमें एडीएम द्वितीय राकेश गुप्ता, एएसपी सिद्वांत शर्मा, एसडीएम सन्तोष मीणा, डीएसपी अतुल साहु, तहसीलदार रोहताश पारिक, थाना प्रभारी जितेन्द्र सोलंकी अन्य अधिकारियों के साथ कैम्प कर पूरे मामले पर नजर रख कर आवश्यक कदम उठा रहे है।
सबकी रही लापरवाही
छात्र के 18 मार्च को फिलीपींस से आने के बाद उसको 21 मार्च से होम आईसोलेशन में रखने के लिए कहा गया था। जिसके लिए ना तो घर पर कोई सूचना लगाई और ना ही होम आईसोलेशन में रहने के लिए पाबंद किया गया। जबकी छात्र की मां स्वयं एएनएम है। इस दौरान छात्र गांव में घूमता रहा व साथ आने वाले अन्य परिजन भी बेरोकटोक घूमते रहे।
गांव मे घरों में क्वारंटाइटन को कोई लाभ नहीं
मिलकपुर गांव में कोरोना पाजिटिव केस मिलने के बाद पूरे गांव को सील कर मेडिकल टीम पीडि़त व उसके परिवार के सम्पर्क में आने वाले लोगों को उनके घरों में ही क्वारंटाइटन कर रही है। क्षेत्र के वरिष्ठ चिकित्सकों का मानना है की यह गलत है क्योकि गांवों में एक ही घर में पूरा परिवार रहता है। जिसमें बाथरूम व शौचालय सहित अन्य सुविधाएं पूरे परिवार के लिए एक ही होती है। जिनके इस्तेमाल करने से अन्य संक्रमित होने की पूरी ही आंशका बनी रहती है। ऐसे में यह रोग ज्यादा फैल सकता है। स्वास्थ्य विभाग की यह प्रक्रिया ठीक नही हैं।