अलवर. जिले के किसान पिछले कई सालों से कपास की खेती करते आ रह हैं, लेकिन पिछले पांच सालों में किसानों ने इसकी बुवाई कम कर दी है। इन वर्षों में करीब 18 हजार हेक्टेयर रकबा कम हो गया। इसका एक कारण ये है कि मौसम साथ नहीं दे रहा और दूसरा किसानों को रेट सही नहीं मिल पा रहे। फसल की लागत भी नहीं निकल पा रही है। अलवर. जिले के किसान पिछले कई सालों से कपास की खेती करते आ रह हैं, लेकिन पिछले पांच सालों में किसानों ने इसकी बुवाई कम कर दी है। इन वर्षों में करीब 18 हजार हेक्टेयर रकबा कम हो गया।
अलवर•May 30, 2023 / 09:42 pm•
jitendra kumar
कपास की खेती से हो रहा मोहभंग, बुवाई का रकबा घटा