मरीज के परिजनों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर अवधिपार दवाओं को हटाने की मांग की है। गांव सांथलपुर निवासी अमित कुमार ने बताया कि 14 मार्च को वह अपने बीमार पुत्र को दिखाने के लिए बानसूर अस्पताल में आया। अस्पताल में चिकित्सक की जांच के बाद मुख्यमंत्री निशुल्क दवा सेंटर की खिड़की से दवा लेकर घर आ गया।
बच्चे को दवा देने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। इस पर दवा की शीशी को देखने पर पता चला की यह चार माह पूर्व ही अवधिपार हो चुकी थी। दवा की शीशी 2016 के 11 वें महीने में अवधिपार हो चुकी है। इस पर मरीज के परिजनों ने अस्पताल में जाकर हंगामा किया और सीएचसी प्रभारी से दवा सेंटर से समस्त अवधिपार दवाओं को हटाने और दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
गुस्साए ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर की। मरीज के परिजनों सहित अस्पताल में एकत्रित अन्य परिजनों ने भी इस मामले में लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। चिकित्सा प्रभारी डॉ. डीआर यादव ने बताया कि शिकायत मिली है। कहां किससे गलती हुई। इसकी जांच की जाएगी।