फिर भंवर जितेन्द्र सिंह को उन्हें मनाने का जिम्मा दिया गया। वे इसमें कामयाब भी रहे। शुक्रवार को जितेन्द्र सिंह व सचिन पायलट की मुलाकात हुई। यह मुलाकात काफी अहम रही क्योंकि इसी मुलाकात के बाद सचिन पायलट उप मुख्यमंत्री पद लेने के लिए राजी रहे। सहमती बनने के बाद ये दोनों राहुल गांधी से मिले। इस दौरान अशोक गहलोत भी वहीं मौजूद थे। चारों की मौजूदगी में इस बैठक में मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री पद पर सहमति बनने के बाद इस ड्रामे का अंत हुआ।
इससे पूर्व जितेन्द्र सिंह ने राहुल गांधी से भी मुलाकात की, राहुल ने जितेन्द सिंह को सचिन को मनाने का जिम्मा सौंपा, इसके बाद वे सचिन पायलट से मिलने पहुंचे और उन्हें मनाने में कामयाब रहे।
दिल्ली में इन चारों की मुलाकात समाप्त होने के बाद जब जितेन्द्र सिंह कार में बैठकर बाहर आ रहे थे तो उन्होंने मीडिया की तरफ विक्ट्री का साइन दिखाया।