सागर पर होते हैं धार्मिक आायोजन गौरतलब है कि नवरात्रों के दौरान सागर जलाशय में देवी की पूजा के लिए उपयोग में ली गई सामग्री का विसर्जन किया जाता है । श्राद्ध पक्ष में यहां पर लोग पितरों के तर्पण के लिए आते हैं। बिहारी समाज यहां पर छठ पूजा का आयोजन करता है। दीपावली पर आने वाली कार्तिक पूजा के दिन यहां पर दीपदान किया जाता है।
सामान भी हो रहा चोरी प्रशासन की नाक के नीचे होने तथा प्रशासन के सबसे नजदीक होने के बावजूद यहां पर प्रशासन को कोई डर या भय नहीं है। सागर की छतरियों व मूसी महारानी की छतरियों पर खुले आम लोग शराब पीते हैं। इसके साथ ही आवारा व असामाजिक तत्वों का आना जाना भी यहां लगा रहता है। नशे के आदतन लोग सागर में लगे फव्वारें, जालियां व अन्य सामान भी यहां से उखाडकऱ ले जा चुके हैं। ये सामान सागर की सजावट के लिए लगाया गया था।
नशे में हो सकता है हादसा सागर पर्यटक स्थल होने के साथ साथ ही ऐतिहासिक विरासत भी है। पूर्व में यहां पर गार्ड लगाए गए थे। लेकिन अब यहां कोई गार्ड नहीं होने के कारण लोग बेरोक टोक आते जाते हैं। इससे नशे से जुड़े लोगों को भी यहां पर एकांत मिल जाता है। नशे के दौरान सागर में गिरने की भी संभावना बनी रहती है।